अनामिका शुक्ला केस: कासगंज में मास्टरमाइंड का शिक्षक भाई गिरफ्तार, निकला BA फेल

कासगंज में मास्टरमाइंड का शिक्षक भाई गिरफ्तार
प्रदेश भर में अनामिका नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिकाओं का भंडाफोड़ हुआ तो गोंडा में असली अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) बीएसए के सामने पेश हो गई.
- News18Hindi
- Last Updated: June 11, 2020, 2:33 PM IST
कासगंज. अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) का नाम हर किसी की जुबान पर है. इस नाम के जरिये शिक्षा विभाग के सबसे अनोखे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है. इसी कड़ी में गुरुवार को अनामिका शुक्ला केस में कासगंज (Kasganj) पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले मास्टरमाइंड के भाई को गिरफ्तार किया है. वह भी शिक्षक है. पुलिस ने उसे मैनपुरी से गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड जसवंत सिंह बीए फेल है और उसने वैभव कुमार के नाम से फर्जी दस्तावेज लगा कर नौकरी हासिल की थी. उसका भाई राज उर्फ नीतू उर्फ पुष्पेंद्र असली मास्टरमाइंड है जो अभी फरार है. एसपी ने बताया कि सबसे पहले इस गैंग ने दीप्ति नाम की लड़की की नौकरी पूर्वांचल के किसी जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में लगवाई थी. उसके बाद उसने अपने भाई जसवंत की नौकरी लगवाई थी. अब तक पूरे प्रदेश में 25 से अधिक लड़कियों को नौकरी लगवा चुका है.
इससे पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फरीदपुर में अनामिका शुक्ला के नाम से पढ़ा रही फर्रुखाबाद की सुप्रिया जाटव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उसने मैनपुरी निवासी राज और अमरकांत के नाम बताए. राज ने उसको अनामिका के दस्तावेज डेढ़ लाख रुपये में बेचे थे. इस बीच पुलिस ने उसके भाई जसवंत सिंह उर्फ वैभव कुमार को गिरफ्तार किया है. यह शिक्षक के रूप कन्नौज जिले में तैनात है.
पुलिस को शक है कि जसवंत की नौकरी में लगे दस्तावेज भी फर्जी हो सकते हैं. उधर, प्रदेश भर में अनामिका नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिकाओं का भंडाफोड़ हुआ तो गोंडा में असली अनामिका शुक्ला बीएसए के सामने पेश हो गई.गंभीर धारों में केस दर्ज
बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल के अनुसार अनामिका शुक्ला के मूल दस्तावेजों में धुंधली फोटो भी इस कॉकस की मददगार बनी. साक्षात्कार के दौरान यह फोटो देखी जाती है, लेकिन धुंधली होने पर अभ्यर्थी के आधार कार्ड और अन्य पहचानपत्र के आधार पर चयन किया जाता है. जिस तरह से बैंकों में अनामिका शुक्ला के नाम से खाता खुलवाया गया, उससे माना जा रहा है कि आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज फर्जी तैयार कराए गए हैं. कोतवाली सोरों पुलिस ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजलि अग्रवाल की तहरीर पर अनामिका के खिलाफ धोखाधड़ी एवं कूटरचित अभिलेख तैयार करने के मामले में धारा 420, 467 एवं 468 में मुकदमा दर्ज किया है.
(इनपुट- अजेंद्र शर्मा)
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पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड जसवंत सिंह बीए फेल है और उसने वैभव कुमार के नाम से फर्जी दस्तावेज लगा कर नौकरी हासिल की थी. उसका भाई राज उर्फ नीतू उर्फ पुष्पेंद्र असली मास्टरमाइंड है जो अभी फरार है. एसपी ने बताया कि सबसे पहले इस गैंग ने दीप्ति नाम की लड़की की नौकरी पूर्वांचल के किसी जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में लगवाई थी. उसके बाद उसने अपने भाई जसवंत की नौकरी लगवाई थी. अब तक पूरे प्रदेश में 25 से अधिक लड़कियों को नौकरी लगवा चुका है.
इससे पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय फरीदपुर में अनामिका शुक्ला के नाम से पढ़ा रही फर्रुखाबाद की सुप्रिया जाटव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उसने मैनपुरी निवासी राज और अमरकांत के नाम बताए. राज ने उसको अनामिका के दस्तावेज डेढ़ लाख रुपये में बेचे थे. इस बीच पुलिस ने उसके भाई जसवंत सिंह उर्फ वैभव कुमार को गिरफ्तार किया है. यह शिक्षक के रूप कन्नौज जिले में तैनात है.
पुलिस को शक है कि जसवंत की नौकरी में लगे दस्तावेज भी फर्जी हो सकते हैं. उधर, प्रदेश भर में अनामिका नाम से नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिकाओं का भंडाफोड़ हुआ तो गोंडा में असली अनामिका शुक्ला बीएसए के सामने पेश हो गई.गंभीर धारों में केस दर्ज
बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल के अनुसार अनामिका शुक्ला के मूल दस्तावेजों में धुंधली फोटो भी इस कॉकस की मददगार बनी. साक्षात्कार के दौरान यह फोटो देखी जाती है, लेकिन धुंधली होने पर अभ्यर्थी के आधार कार्ड और अन्य पहचानपत्र के आधार पर चयन किया जाता है. जिस तरह से बैंकों में अनामिका शुक्ला के नाम से खाता खुलवाया गया, उससे माना जा रहा है कि आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज फर्जी तैयार कराए गए हैं. कोतवाली सोरों पुलिस ने बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजलि अग्रवाल की तहरीर पर अनामिका के खिलाफ धोखाधड़ी एवं कूटरचित अभिलेख तैयार करने के मामले में धारा 420, 467 एवं 468 में मुकदमा दर्ज किया है.
(इनपुट- अजेंद्र शर्मा)
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