उत्तर प्रदेश के उन्नाव (Unnao) में एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिसको पढ़ने के बाद आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल, कोविड 19 (COVID-19) के लक्षण वाले मरीजों की कोरोना की जांच करवाई जाती है. अब उसकी जांच रिपोर्ट में खेल होने लगा है, उन्नाव की सदर कोतवाली पुलिस ने जिला अस्पताल में संविदा में नौकरी कर रहे सहायक लैब टेक्नीशियन (Lab Technician) को गिरफ्तार किया है. सहायक लैब टेक्नीशियन पर फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का आरोप है, पुलिस का कहना है की आरोपी पैसे लेकर फर्जी रिपोर्ट बनाता था. वहीं पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. यहां जिला अस्पताल में रुपये लेकर फर्जी कोविड रिपोर्ट बनाई जा रही थी. पुलिस ने फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले संविदा स्वास्थ्य कर्मी अमर बहादुर चौधरी सहायक लैब टेक्नीशियन को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य कर्मी की सेवा समाप्त करने के लिए सेवा देने वाली कंपनी को पत्र भेजा है. सूत्रों की मानें तो फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट बनाने के आरोप में पकड़ा गया व्यक्ति दूसरे नेगेटिव आने वाले व्यक्ति का सैंपल जांच के लिए भेज देता था, जिससे रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती थी, वहीं सूत्रों की मानें तो फर्जी रिपोर्ट बनाने के खेल में उसे हर रिपोर्ट के 1500 रुपए मिलते थे.
सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि थाना कोतवाली पुलिस द्वारा एक व्यक्ति को फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. जांच में पता चला है कि वह पैसे लेकर फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाता था. उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर कोर्ट में पेश किया गया है और जेल भेजा गया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : December 16, 2020, 22:59 IST