Lakhimpur Kheri: शिकारियों के फंदे में फंस कर टाइगर की मौत, ग्रामीणों ने शव को नोचा

शिकारियों के फंदे में फंसकर बाघ की मौत
Lakhimpur Kheri News: जिले में वन विभाग की लापरवाही के चलते साउथ खीरी प्रभाग में लगातार बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. पिछले 4 महीने में शिकारी ने 5 टाइगर और एक तेंदुए को मौत के घाट उतार चुके है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: March 1, 2021, 3:14 PM IST
लखीमपुर खीरी. शिकारियों द्वारा लगाए गए बिजली के फंदे में फंसकर एक नर टाइगर (Tiger) की दर्दनाक मौत हो गई. सूचना मिलने पर इलाके में हड़कंप मच गया. मामला लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के मोहम्मदी वन रेंज के डोकरपुर गांव का है जहां पर शिकारियों ने शिकार के लिए लगाए गए AC 220 वोल्ट के करंट में फस कर एक नर टाइगर की दर्दनाक पर मौत हो गई. जब इसकी सूचना ग्रामीणों को लगी तो मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए. हद तो ग्रामीणों ने उस वक्त कर दी जब वन विभाग की टीम के पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने टाइगर के बाल और मूंछ को नोच-नोच कर जेब में भर लिया.
बता दें कि जिले में वन विभाग की लापरवाही के चलते साउथ खीरी प्रभाग में लगातार बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. पिछले 4 महीने में शिकारी ने 5 टाइगर और एक तेंदुए को मौत के घाट उतार चुके है.
हालांकि टाइगर की मौत पर सफाई देते हुए मौके पर मौजूद साउथ केरी वन प्रभाग के डीएफओ समीर कुमार वर्मा का कहना है इस टाइगर की मौत प्रथम दृष्टया करंट से होना प्रतीत हो रहा है. जांच कर दोषियों खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि दुधवा टाइगर रिज़र्व से आब्दी के तरफ आए डॉन बाघों की चहलकदमी देखने को मिल जाती है. जिसकी वजह से वन्य जीव व मानव संघर्ष की कई वारदातें भी सामने आती रहती हैं. ऐसे में शिकारियों के लिए बाघ आसान शिकार भी बन जाते हैं.(रिपोर्ट: मनोज शर्मा)
बता दें कि जिले में वन विभाग की लापरवाही के चलते साउथ खीरी प्रभाग में लगातार बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. पिछले 4 महीने में शिकारी ने 5 टाइगर और एक तेंदुए को मौत के घाट उतार चुके है.
हालांकि टाइगर की मौत पर सफाई देते हुए मौके पर मौजूद साउथ केरी वन प्रभाग के डीएफओ समीर कुमार वर्मा का कहना है इस टाइगर की मौत प्रथम दृष्टया करंट से होना प्रतीत हो रहा है. जांच कर दोषियों खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि दुधवा टाइगर रिज़र्व से आब्दी के तरफ आए डॉन बाघों की चहलकदमी देखने को मिल जाती है. जिसकी वजह से वन्य जीव व मानव संघर्ष की कई वारदातें भी सामने आती रहती हैं. ऐसे में शिकारियों के लिए बाघ आसान शिकार भी बन जाते हैं.(रिपोर्ट: मनोज शर्मा)