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Lakhimpur Kheri Case: राकेश टिकैत बोले- जब तक मुकदमा चलता रहेगा तब तक हम आते रहेंगे, दी ये बड़ी चेतावनी

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Lakhimpur Kheri Case: संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी में जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह और पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के साथ बैठक की. इसके बाद भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक लखीमपुर खीरी मामले का हल नहीं निकलता तब तक हम ऐसी बैठकें करते रहेंगे और अधिकारियों से मिलते रहेंगे.

जब तक लखीमपुर खीरी का मुकदमा चलता रहेगा तब तक हम आते रहेंगे: टिकैतराकेश टिकैत समेत कई किसान नेताओं ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की.
लखीमपुर खीरी. भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के घटक 23 अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों की कथित अधूरी मांगों को प्रशासन के समक्ष उठाया. इसके अलावा टिकैत ने एसकेएम के अन्य नेताओं के साथ तीन अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र में हुई हिंसा में दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की कथित हत्या के मामले में जेल में बंद चार किसानों के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की. इसके साथ उन्‍होंने कहा कि जब तक लखीमपुर खीरी मामले का हल नहीं निकलता तब तक हम ऐसी बैठकें करते रहेंगे और अधिकारियों से मिलते रहेंगे. जब तक लखीमपुर खीरी का मुकदमा चलता रहेगा तब तक हम यहां आते रहेंगे.

टिकैत के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने खीरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन से मुलाकात कर उनकी मांगों से अवगत कराया. जिले के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि एसकेएम प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को अधूरी प्रतिबद्धताओं (किसानों और प्रशासन के बीच चार अक्टूबर, 2021 को तिकुनिया हिंसा के बाद हुए समझौते में) के बारे में अवगत कराया, जिसमें घायलों को मुआवजा, पीड़ित परिवारों के पात्र सदस्यों को सेवा आदि मामले शामिल थे.
एसकेएम फिर शुरू करेगा आंदोलन शुरू
टिकैत ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली मांगों के शीघ्र हल करने का आश्वासन दिया है. टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी के इस्तीफे की मांग दोहराई और कहा कि इसके लिए एसकेएम आंदोलन शुरू करेगा.
वहीं, जेल में बंद चार किसानों के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि परिवार के सदस्यों की पीड़ा वास्तविक है. उल्लेखनीय है कि इन किसानों के परिवारों ने एसकेएम नेताओं पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया था. टिकैत ने कहा कि मामला अदालत में है और एसकेएम सभी कानूनी विकल्पों पर मंथन कर चारों किसानों को सभी तरह की सहायता प्रदान करेगा. बता दें कि पिछले साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसानों के आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों, एक पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी.

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Ajay Raj
उत्तर प्रदेश के आगरा से बतौर फ्रीलांसर अखबारी दुनिया में एंट्री. फिर ऑल इंडिया रेडियो के साथ न्‍यूज़ रिपोर्टर के तौर पर देश की राजधानी दिल्‍ली में दस्‍तक. इसके बाद 'क्रिकेट टुडे' मैगजीन में कई साल असिस्टेंट एडि...और पढ़ें
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