बीमा की रकम के लिए अपनी ही मां की कार से कुचलकर हत्या करने वाले 2 बेटों को उम्रकैद

फतेहपुर में तीन साल पहले दो भाईयों ने अपनी ही मां को कार से कुचलकर मार डाला था
बांदा (Banda): अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत ने दोनों दोषी भाईयों पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी ठोका है. जुर्माना अदा नहीं किया तो 3-3 महीने की सजा और काटनी होगी.
- News18Hindi
- Last Updated: November 25, 2020, 8:31 AM IST
बांदा. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर (Fatehpur) में 3 साल पहले बीमा की रकम हासिल करने के लिए अपनी ही मां की कार से कुचलकर हत्या (Murder) करने वाले दो भाईयों को अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत ने आजीवन कारावास की सजा (Life Imprisonment) सुनाई है. यही नहीं कोर्ट ने दोनों दोषियो पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी ठोका है. जुर्माना अदा नहीं किया तो 3-3 महीने की सजा और काटनी होगी.
कत्ल के बाद खुद ही पुलिस में दर्ज कराई एफआईआर
दरअसल फतेहपुर के बिंदकी थाना क्षेत्र के ठिठौरा गांव के रहने वाले अमर सिंह ने तिंदवारी थाने में 4 मई, 2017 को तहरीर दी कि कि वह बाइक से अपनी मां गुड्डी देवी को लेकर चित्रकूट गया था. यहां से लौटते समय बांदा-फतेहपुर हाईवे पर जौहरपुर गांव के पास देर रात ट्रक की लाइट की चमक से वह लड़खड़ा गया और बाइक से गिर गया. इसी दौरान पीछे से अज्ञात कार मां को रौंदती चली गई. मौके से ड्राइवर कार के साथ फरार हो गया. पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. लेकिन मामले की जांच शुरू हुई तो कहानी कुछ और ही पता चली.
बरामद कार ने खोले राजजांच में सामने आया है कि कार दरअसल अमर सिंह की ही थी और उसका भाई राहुल सिंह ही उसे चला रहा था. पुलिस ने गांव से ही कार बरामद कर ली. यही नहीं गुड्डी देवी की खून लगी साड़ी कार से बरामद हुई. गहनता से जांच की गई तो पता चला कि गुड्डी के नाम 10 लाख रुपये का बीमा था, इसके नॉमिनी दोनों बेटे थे. इसी रकम को हासिल करने के लिए दोनों ने मां को रास्ते से हटाने की सुनियोजित साजिश रची और घटना को अंजाम दिया. घटना के बाद से ही पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार कर लिया, वहीं अमर सिंह को सजा का ऐलान होने के बाद जेल भेज दिया गया.
कत्ल के बाद खुद ही पुलिस में दर्ज कराई एफआईआर
दरअसल फतेहपुर के बिंदकी थाना क्षेत्र के ठिठौरा गांव के रहने वाले अमर सिंह ने तिंदवारी थाने में 4 मई, 2017 को तहरीर दी कि कि वह बाइक से अपनी मां गुड्डी देवी को लेकर चित्रकूट गया था. यहां से लौटते समय बांदा-फतेहपुर हाईवे पर जौहरपुर गांव के पास देर रात ट्रक की लाइट की चमक से वह लड़खड़ा गया और बाइक से गिर गया. इसी दौरान पीछे से अज्ञात कार मां को रौंदती चली गई. मौके से ड्राइवर कार के साथ फरार हो गया. पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. लेकिन मामले की जांच शुरू हुई तो कहानी कुछ और ही पता चली.
बरामद कार ने खोले राजजांच में सामने आया है कि कार दरअसल अमर सिंह की ही थी और उसका भाई राहुल सिंह ही उसे चला रहा था. पुलिस ने गांव से ही कार बरामद कर ली. यही नहीं गुड्डी देवी की खून लगी साड़ी कार से बरामद हुई. गहनता से जांच की गई तो पता चला कि गुड्डी के नाम 10 लाख रुपये का बीमा था, इसके नॉमिनी दोनों बेटे थे. इसी रकम को हासिल करने के लिए दोनों ने मां को रास्ते से हटाने की सुनियोजित साजिश रची और घटना को अंजाम दिया. घटना के बाद से ही पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार कर लिया, वहीं अमर सिंह को सजा का ऐलान होने के बाद जेल भेज दिया गया.