यूपी में पहले दिन 1 करोड़ 17 लाख गरीबों को मुफ्त में मिला राशन

उत्तर प्रदेश में पहले दिन एक करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त में सरकारी राशन बांटा गया
सरकारी आकंड़ों के मुताबिक खाद्यान वितरण कार्यक्रम के पहले दिन 1 अप्रैल को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 2 करोड़ 18 लाख अभ्यर्थियों का राशन उपलब्ध कराया गया है. पहले दिन ही कुल खाद्यान्न में से 65.23 प्रतिशत निशुल्क खाद्यान्न वितरण किया गया है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: April 2, 2020, 11:37 AM IST
लखनऊ. लॉक डाउन (Lockdown) का उत्तर प्रदेश में भी बेहद सख्ती के साथ पालन कराया जा रहा है. लोगों के घरों से निकलने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. ऐसे में रोज-कमाने खाने वाले गरीब लोगो के सामने खाने-पीने का एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है. उधर योगी सरकार (Yogi Government) इस समस्या से निपटने के लिए लगातार प्रयास करती दिख रही है. सरकार ने 30 मार्च को सूबे के 27.15 लाख श्रमिकों के खाते में एकमुश्त 611 करोड़ रूपये भेजे, वहीं 1 अप्रैल से प्रदेश में खाद्यान्न वितरण के भी कार्य का शुभारंभ कर दिया है. राशन वितरण के पहले दिन ही कुल 2 करोड़ 18 लाख लोगों को लाभ मिला. इनमें 1.17 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन मुहैय्या कराया गया है.
सरकारी आकंड़ों के मुताबिक खाद्यान वितरण कार्यक्रम के पहले दिन 1 अप्रैल को प्रदेश के 2 करोड़ 18 लाख अभ्यर्थियों का राशन उपलब्ध कराया गया है. 43,63,678 राशन कार्ड के जरिये एक ओर जहां 1,21,025 मीट्रिक टन से अधिक राशन का वितरण किया गया है. वहीं दूसरी ओर 24,72,692 राशन कार्ड के जरिये अन्त्योदय कार्ड धारकों, मनरेगा श्रमिकों, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और नगर विकास विभाग के अन्तर्गत आने वाले दिहाड़ी मजदूरों को 78,947 मीट्रिक टन से अधिक राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है. आज खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के पहले दिन ही कुल खाद्यान्न में से 65.23 प्रतिशत निशुल्क खाद्यान्न वितरण किया गया है. जिसके तहत सीएम योगी के निर्देश पर आज करीब 1.17 करोड़ गरीब और मजदूरों को नि:शुल्क राशन उपल्ब्ध कराया गया है.
सभी कार्डधारकों को 5 किलो प्रति यूनिट की दर से मुफ्त चावल
सीएम योगी के निर्देश पर खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के दूसरे चरण के तहत 15 अप्रैल से प्रदेश के समस्त कार्डधारकों को भी 5 किलो प्रति यूनिट की दर से नि:शुल्क राशन (चावल) उपलब्ध कराया जायेगा. खाद्यान्न का वितरण ई-पाँस सिस्टम के तहत किया जाता है. इसलिये कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए खाद्यान्न वितरण के वक्त सोसल डिस्टेंसिंग के साथ सरकारी गल्ले की दुकान पर हाथ धुलने के लिये सेनेटाइजर, साबुन और पानी का भी इंतजाम किये जाने का सख्त निर्देश दिया गया है. ताकि हाथ धुलने के बाद ही ई-पास सिस्टम का उपयोग किया जा सके.क्वारेंटीन किए गए लाभार्थी के लिए होम डिलीवरी
राशन की दुकान पर भीड रोकने के लिये रोस्टर के मुताबिक ही राशन बांटने के निर्देश दिये गए हैं. साथ ही किसी व्यक्ति, परिवार, समुदाय, कस्बा या कालोनी को होम क्वारेंटीन किया गया है, तो ऐसी स्थिति में लाभार्थी तक होम डिलीवरी के जरिये राशन पहुचाने के भी निर्देश जारी किये गए हैं.
ये भी पढ़ें:
कोरोना संक्रमित मरीज की मौत मामला: एडमिट करने से लेकर दफनाने तक लापरवाही!
बुलंदशहर: मस्जिदों व घरों से मिले तबलीगी जमात में शामिल 16 विदेशियों समेत 226
सरकारी आकंड़ों के मुताबिक खाद्यान वितरण कार्यक्रम के पहले दिन 1 अप्रैल को प्रदेश के 2 करोड़ 18 लाख अभ्यर्थियों का राशन उपलब्ध कराया गया है. 43,63,678 राशन कार्ड के जरिये एक ओर जहां 1,21,025 मीट्रिक टन से अधिक राशन का वितरण किया गया है. वहीं दूसरी ओर 24,72,692 राशन कार्ड के जरिये अन्त्योदय कार्ड धारकों, मनरेगा श्रमिकों, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और नगर विकास विभाग के अन्तर्गत आने वाले दिहाड़ी मजदूरों को 78,947 मीट्रिक टन से अधिक राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया है. आज खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के पहले दिन ही कुल खाद्यान्न में से 65.23 प्रतिशत निशुल्क खाद्यान्न वितरण किया गया है. जिसके तहत सीएम योगी के निर्देश पर आज करीब 1.17 करोड़ गरीब और मजदूरों को नि:शुल्क राशन उपल्ब्ध कराया गया है.
सभी कार्डधारकों को 5 किलो प्रति यूनिट की दर से मुफ्त चावल
सीएम योगी के निर्देश पर खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के दूसरे चरण के तहत 15 अप्रैल से प्रदेश के समस्त कार्डधारकों को भी 5 किलो प्रति यूनिट की दर से नि:शुल्क राशन (चावल) उपलब्ध कराया जायेगा. खाद्यान्न का वितरण ई-पाँस सिस्टम के तहत किया जाता है. इसलिये कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए खाद्यान्न वितरण के वक्त सोसल डिस्टेंसिंग के साथ सरकारी गल्ले की दुकान पर हाथ धुलने के लिये सेनेटाइजर, साबुन और पानी का भी इंतजाम किये जाने का सख्त निर्देश दिया गया है. ताकि हाथ धुलने के बाद ही ई-पास सिस्टम का उपयोग किया जा सके.क्वारेंटीन किए गए लाभार्थी के लिए होम डिलीवरी
राशन की दुकान पर भीड रोकने के लिये रोस्टर के मुताबिक ही राशन बांटने के निर्देश दिये गए हैं. साथ ही किसी व्यक्ति, परिवार, समुदाय, कस्बा या कालोनी को होम क्वारेंटीन किया गया है, तो ऐसी स्थिति में लाभार्थी तक होम डिलीवरी के जरिये राशन पहुचाने के भी निर्देश जारी किये गए हैं.
ये भी पढ़ें:
कोरोना संक्रमित मरीज की मौत मामला: एडमिट करने से लेकर दफनाने तक लापरवाही!
बुलंदशहर: मस्जिदों व घरों से मिले तबलीगी जमात में शामिल 16 विदेशियों समेत 226