Bird Flu: योगी सरकार ने यूपी को घोषित किया Controlled Area, पक्षियों के आयात पर 24 जनवरी तक रोक

(सांकेतिक तस्वीर)
यूपी के सीमा से लगे राज्य राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और हिमाचल से एवियन इनफ़्लुएंजा के संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश को नियंत्रित क्षेत्र (Controlled Area) घोषित किया गया है. 24 जनवरी तक अगर कोई व्यवसायी या परिंदों के शौक़ीन UP में कोई भी पक्षी लेकर आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 12, 2021, 8:21 PM IST
लखनऊ. बर्ड फ़्लू (Bird Flu) के संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने लिया बड़ा फ़ैसला किया है. यूपी के सीमा से लगे राज्य राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और हिमाचल में एवियन इनफ़्लुएंज़ा के संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश को नियंत्रित क्षेत्र (Controlled Area) घोषित किया गया है. वहीं प्रदेश में बर्ड फ़्लू के संक्रमण को देखते हुए फ़िलहाल कोई पक्षी नहीं लाया जाएगा.
यूपी सरकार ने सभी प्रकार के जीवित पक्षियों को यूपी की सीमा में आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. 24 जनवरी तक लगे प्रतिबंध के बीच अगर कोई व्यवसायी या परिंदों के शौक़ीन यूपी में कोई भी पक्षी लेकर आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कानपुर जू तक पहुंचा बर्ड फ्लू
बता दें कुछ दिन पहले कानपुर के चिड़ियाघर में मृत पाई गई जंगली मुर्गियों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि होने के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है. चिड़ियाघर के सभी बाड़ों में मौजूद पक्षियों मारने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही चिड़ियाघर से एक किलोमीटर तक के एरिया को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया हैं. इतना ही नहीं 10 किमी के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया है.
बता दें कि बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद 15 दिनों के लिए चिड़ियाघर को बंद किया गया था. लेकिन अब अनिशिचतकाल के लिए जू को बंद किया गया है. किसी को भी चिड़ियाघर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। फ़िलहाल चिड़ियाघर में स्वास्थ विभाग की टीम मौजूद है और पक्षियों को मारने की तैयारी की जा रही है.
इन जिलों में भी बर्ड फ्लू की आशंका
कानपुर चिड़ियाघर में चार जंगली मुर्गियों और चार हीरामन तोतों की मौत हो गई थी. यह सभी पिंजरे में बंद पक्षी थे. इन्हीं में से मृत मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. इसके अलावा सोनभद्र, बाराबंकी, अयोध्या और झांसी में कौवे मृत पाए गए थे. इनका सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया है. इसकी रिपोर्ट आने में एक-दो दिन का समय लग सकता है.
जिस तरह से राज्य दर राज्य बर्ड फ्लू अपने पैर पसार रहा है, उसे देखते हुए पहले ही यूपी सरकार ने बचाव के दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. चिड़ियाघरों में मांसाहारी जानवरों के खाने के लिए लाई जाने वाली मुर्गियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. साथ ही अलग-अलग जगहों से चिड़ियों की बीट और उनके रिहायश की मिट्टी को जांच के लिए भेजा जा रहा है.
यूपी सरकार ने सभी प्रकार के जीवित पक्षियों को यूपी की सीमा में आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. 24 जनवरी तक लगे प्रतिबंध के बीच अगर कोई व्यवसायी या परिंदों के शौक़ीन यूपी में कोई भी पक्षी लेकर आता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
Uttar Pradesh has been declared a 'controlled area' in view of outbreak of Bird Flu in Rajasthan, Haryana, Himachal Pradesh and Madhya Pradesh. Complete ban imposed on the import of live birds into the state: State Government
— ANI UP (@ANINewsUP) January 12, 2021
कानपुर जू तक पहुंचा बर्ड फ्लू
बता दें कुछ दिन पहले कानपुर के चिड़ियाघर में मृत पाई गई जंगली मुर्गियों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि होने के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है. चिड़ियाघर के सभी बाड़ों में मौजूद पक्षियों मारने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही चिड़ियाघर से एक किलोमीटर तक के एरिया को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया हैं. इतना ही नहीं 10 किमी के दायरे में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया है.
बता दें कि बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद 15 दिनों के लिए चिड़ियाघर को बंद किया गया था. लेकिन अब अनिशिचतकाल के लिए जू को बंद किया गया है. किसी को भी चिड़ियाघर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। फ़िलहाल चिड़ियाघर में स्वास्थ विभाग की टीम मौजूद है और पक्षियों को मारने की तैयारी की जा रही है.
इन जिलों में भी बर्ड फ्लू की आशंका
कानपुर चिड़ियाघर में चार जंगली मुर्गियों और चार हीरामन तोतों की मौत हो गई थी. यह सभी पिंजरे में बंद पक्षी थे. इन्हीं में से मृत मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. इसके अलावा सोनभद्र, बाराबंकी, अयोध्या और झांसी में कौवे मृत पाए गए थे. इनका सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया है. इसकी रिपोर्ट आने में एक-दो दिन का समय लग सकता है.
जिस तरह से राज्य दर राज्य बर्ड फ्लू अपने पैर पसार रहा है, उसे देखते हुए पहले ही यूपी सरकार ने बचाव के दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. चिड़ियाघरों में मांसाहारी जानवरों के खाने के लिए लाई जाने वाली मुर्गियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. साथ ही अलग-अलग जगहों से चिड़ियों की बीट और उनके रिहायश की मिट्टी को जांच के लिए भेजा जा रहा है.