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बीजेपी के युवा तुर्क हैं फूलपुर से प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल

कौशलेंद्र सिंह पटेल (File Photo)

कौशलेंद्र सिंह पटेल (File Photo)

2006 में पार्टी ने कौशलेंद्र पर विश्वास जताया और वाराणसी में मेयर पद के लिए प्रत्याशी बनाया. इस पद पर कौशलेंद्र ने यूपी ...अधिक पढ़ें

    फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने युवा चेहरे कौशलेंद्र सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाकर मुकाबला दिलचस्प कर दिया है. दरअसल, कौशलेंद्र पटेल का नाम आगे कर बीजेपी ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं. एक तो वह पा​र्टी में युवा चेहरा हैं. जाहिर है इस कदम से पार्टी युवा नेताओं में उम्मीदें बढ़ी हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह भी टिकट के लिए दावेदारी कर सकते हैं.

    साथ ही इससे यह भी साफ हो गया कि पार्टी परिवारवाद को आगे नहीं बढ़ाने जा रही. हालांकि फूलपुर की इस सीट पर काफी तेजी से चर्चा थी कि पार्टी केशव मौर्य के परिवार से किसी सदस्य को दावेदार बना सकती है. दरअसल केशव प्रसाद मौर्य यहां से सांसद थे, उनके इस्तीफे के बाद फूलपुर की सीट पर उपचुनाव हो रहा है.

    जातीय गणित की बात करें तो फूलपुर में यादव के बाद कुर्मी, लोध और कुशवाहा जातियां सबसे अहम हैं. इनमें लोध बीजेपी का परंपरागत वोटर माना जाता है. वहीं, केशव मौर्य की कुशवाहा जाति में अच्छी पकड़ मानी जाती है. अब कौशलेंद्र के आने से पार्टी को पटेल वोट बैंक में सेंध लगने की उम्मीद है. हालांकि समाजवादी पार्टी ने भी पटेल बिरादरी के नागेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है.

    1 जुलाई 1976 को जन्मे कौशलेंद्र ने शिक्षा वाराणसी से ग्रहण की. उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक किया. इसी दौरान उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति में कदम रखा. मध्यमवर्गी किसान कुर्मी परिवार में जन्मे कौशलेंद्र ने युवाओं में अपनी अच्छी पहचान बनाई. 1996 से 98 तक वह एबीवीवी में प्रदेश सहमंत्री रहे. इसके बाद 2000 से 2004 तक वह प्रदेश कोषाध्यक्ष रहे.

    यहां से वह सीधे बीजेपी के यूथ विंग यानी भारतीय जनता युवा मोर्चा पहुंचे और 2005-2006 में कोषाध्यक्ष चुने गए. तेज तर्रार छवि के नेता कौशलेंद्र सिंह ने इसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति में सदस्य के तौर पर जगह हासिल की. फिर भाजयुमो के अखिल भारतीय सदस्यता अभियान के प्रभारी बने. 2006 में पार्टी ने उन पर विश्वास जताया और वाराणसी में मेयर पद के लिए प्रत्याशी बनाया. इस पद पर कौशलेंद्र ने यूपी के सबसे युवा महापौर के तौर पर जीत ​दर्ज की.

    इसके बाद कोलकात्ता से कश्मीर तक उन्होंने पार्टी की तिरंगा यात्रा के प्रभारी के तौर पर जिम्मेदारी संभाली.  प्रदेश में केशव प्रसाद मौर्य जब पार्टी के अध्यक्ष बने तो कौशलेंद्र को उनकी टीम में प्रदेश मंत्री के तौर पर जगह मिली. इसके बाद बीजेपी की ऐतिहासिक परिवर्तन यात्रा के वह प्रभारी बनें. इस दौरान उन्होंने 22 जनपदों में सत्ता परिवर्तन अभियान को धार दी.

    यही नहीं इस बार के निकाय चुनाव में उन्हें बरेली महानगर का प्रभारी बनाया गया. इस में कौशलेंद्र ने अपने कौशल से पार्टी को विजय दिलाई.  कौशलेंद्र सिंह पटेल के संबंध में बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि वह युवा, कर्मठ, जुझारू, गरीबों के हक की लड़ाई लड़ने वाले नेता है. पार्टी फूलपुर में बड़ी जीत दर्ज करने जा रही है.

     

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    Tags: BJP, Phulpur, लखनऊ

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