लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने शनिवार को लखनऊ (Lucknow) के शिल्पग्राम में हुनर हाट का उद्घाटन किया. इस हुनर हाट के जरिये योगी सरकार शिल्पकारों और दस्तकारों को बड़ा मंच उपलब्ध करा रही है. 4 फरवरी तक चलने वाले इस हुनर हाट में पहली बार ओडीओपी के उत्पाद भी शामिल किए गए हैं. सीएम योगी ने वर्षों तक देश का विकास बाधित रखने वाली कांग्रेस पर निशाना साधा तो प्रदेश की प्रतिभाओं को मंच न देने वाली पिछली सरकारों पर भी हमला बोला.
भारत आज वैक्सीन के लिए भटक रहा होता
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा पहले का भारत होता तो, आज वैक्सीन के लिए भटक रहा होता. लेकिन यह मोदी जी के नेतृत्व का नया भारत है. आज का भारत नेपाल, भूटान, ब्राज़ील, बांग्लादेश, मॉरीशस को वैक्सीन बांट रहा है. ये मोदी जी के विजन का ही परिणाम है.
मुख्यमंत्री ने हुनर हाट में शामिल होने देश भर से आए शिल्पकारों, दस्तकारों का स्वागत करते हुए हुनर को यह बड़ा मंच देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीऔर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि आज़ादी दिलाने के लिए हमारे क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानियों ने जो उदघोष दिया था वह स्वदेशी ही था. उस स्वदेशी मंत्र को सफल बनाने के लिए आदरणीय मोदी जी को धन्यवाद है. इस हुनर हाट में हमारी वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट को भी जोड़ा गया है.
ओडीओपी ने प्रदेश में नई सम्भावनाये पैदा की है. चाहे वो लखनऊ की चिकनकारी हो, भदोही की कार्पेट हो या फिर गोरखपुर का टेराकोटा हो. ये सभी हमारे प्रदेश के जिलों की पहचान हैं. इस योजना के माध्यम से स्थानीय कारीगरों को भी सम्मान मिल रहा है. सीएम ने कहा आपने देखा है कि हमारे कारीगरों को जब मंच नहीं मिला, प्रोत्साहन नहीं मिला तो उसका परिणाम ये हुआ कि उत्तर प्रदेश पिछड़ता चला गया.
5 लाख शिल्पकारों को प्रोत्साहन
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की तारीफ करते हुए सीएम योगी ने कहा नकवी जी के अल्पसंख्यक मंत्रालय ने अभूतपूर्व काम किया है. मंत्रालय द्वारा 5 लाख शिल्पकारों को प्रोत्साहन मिल रहा है. उनके चेहरों की मुस्कान आत्मनिर्भर अभियान को और मजबूत कर रही हैं. आज उत्तर प्रदेश की धरती पर आपके आयोजन के लिए आपको धन्यवाद देते हैं, इससे हमारे शिल्पकारों को एक मंच मिल रहा है.
अगर इन्हें मंच न मिलता तो क्या होता?
दीपावली के पहले हमने इसी हुनर के लिए आयोजन किया जो बहुत सफल रहा. उस वक़्त एक टेराकोटा कारीगर से मैंने उसकी बिक्री पूछी, उसने कहा 3 दिन के भीतर 8 लाख की बिक्री हुई. सीएम ने कहा सोचिए, अगर इन्हें मंच न मिलता तो क्या होता? गणेश, लक्ष्मी जी की मूर्ति के लिए हमें चीन पर निर्भर होना पड़ता। उस आयोजन से एक एक शिल्पियों ने बहुत लाभ कमाया. दीपावली में मुझे काफी अच्छा महसूस हुआ.