मिर्जापुर में बच्चों को नमक-रोटी परोसने पर सख्त CM योगी, मांगी एक्शन रिपोर्ट

मिर्जापुर मिड डे मील मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है.
मिर्जापुर (Mirzapur) मिड डे मील (Mid-day meal) में बच्चों को सिर्फ नमक-रोटी परोसने के मामले में सीएम कार्यालय सख्त हो गया है. पूरे मामले पर नजर रखने के लिए शासन के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: August 23, 2019, 3:18 PM IST
मिर्जापुर मिड डे मील (Mid Day Meal) रोटी और नमक बच्चों को परोसने के मामले में सीएम कार्यालय (CM Office) सख्त हो गया है. पूरे मामले पर नजर रखने के लिए शासन के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. वहीं मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय ने बेसिक शिक्षा विभाग से पूछा है अब तक क्या कार्रवाई की गई है? साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए पर कार्रवाई के लिए प्रस्ताव मांगा गया है.
मामले में प्राथमिक विद्यालय का पूरा स्टाफ निलंबित कर दिया गया है. इसमें रसोईया, न्याय पंचायत रिसोर्स सेंटर (एनपीआरसी) सदस्य भी शामिल हैं. वहीं खंड शिक्षा अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है. मामले में बेसिक शिक्षा मंत्री ने डीएम से रिपोर्ट तलब कर ली है. इसमें बीएसए मिर्जापुर के खिलाफ डीएम को शाम तक रिपोर्ट देने को कहा गया है.
उधर जिलाधिकारी ने मामले में एक्शन लेते हुए एबीएएसए जमालपुर, बृजेश सिंह को निलंबित करने की सिफारिश शासन से की है. साथ ही बीएसए प्रवीाण तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
इसके अलावा स्कूल के प्रधानाध्यापक मुरारी और न्याय पंचायत समन्वयक अरविंद त्रिपाठी को पहले ही निलंबित कर दिया गया था. डीएम ने ग्राम प्रधान, सीयूर की भूमिका की भी जांच के लिए डीपीआरओ को निर्देश दिया है.
मामले में प्राथमिक विद्यालय का पूरा स्टाफ निलंबित कर दिया गया है. इसमें रसोईया, न्याय पंचायत रिसोर्स सेंटर (एनपीआरसी) सदस्य भी शामिल हैं. वहीं खंड शिक्षा अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है. मामले में बेसिक शिक्षा मंत्री ने डीएम से रिपोर्ट तलब कर ली है. इसमें बीएसए मिर्जापुर के खिलाफ डीएम को शाम तक रिपोर्ट देने को कहा गया है.
उधर जिलाधिकारी ने मामले में एक्शन लेते हुए एबीएएसए जमालपुर, बृजेश सिंह को निलंबित करने की सिफारिश शासन से की है. साथ ही बीएसए प्रवीाण तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
इसके अलावा स्कूल के प्रधानाध्यापक मुरारी और न्याय पंचायत समन्वयक अरविंद त्रिपाठी को पहले ही निलंबित कर दिया गया था. डीएम ने ग्राम प्रधान, सीयूर की भूमिका की भी जांच के लिए डीपीआरओ को निर्देश दिया है.