भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, अब तक 1000 से अधिक अफसरों-कर्मचारियों पर गिरी गाज
News18 Uttar Pradesh Updated: November 25, 2019, 4:40 PM IST

भ्रष्ट अफसरों पर सीएम योगी की बड़ी कार्रवाई
भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक योगी सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. सरकार ने सीनियर आईएएस राजीव कुमार (Senior IAS rajeev Kumar) को जबरन रिटायर (Forcible Retirement) करने का नोटिस जारी कर दिया है.
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- Last Updated: November 25, 2019, 4:40 PM IST
लखनऊ. यूपी की योगी सरकार (Yogi Adityanath Government) भ्रष्टाचार में लिप्त अफसर (Corrupt Officials) और कर्मचारियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है. अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए सरकार ने सीनियर आईएएस राजीव कुमार (Senior IAS rajeev Kumar) को जबरन रिटायर (Forcible Retirement) करने का नोटिस जारी कर दिया है. बता दें कि भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे राजीव कुमार द्वितीय उत्तर प्रदेश कैडर के 1983 बैच के अफसर हैं. राजीव कुमार द्वितीय ने नोएडा प्लाट आवंटन घोटाले मामले में सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं.
अब तक 1000 से ज्यादा अफसरों कर्मचारियों पर कार्रवाई
भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक योगी सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त 1000 से अधिक अफसरों और कर्मचारियों को जबरन रिटायर किया गया है. इसी क्रम में परिवहन विभाग के 37 और राजस्व विभाग के 36 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया है. बेसिक शिक्षा विभाग के 26 अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है.
इन विभागों में हुई कार्रवाईइसके अलावा योगी सरकार ने पंचायती राज विभाग के 25 अधिकारियों पर भी डंडा चलाया है. पीडब्ल्यूडी के 18, लेबर डिपार्टमेंट के 16, संस्थागत वित्त विभाग के 16, कमर्शियल टैक्स के 16 अधिकारियों पर की गई कार्रवाई है.आईएएस अफ़सर राजीव कुमार को जबरन रिटायरमेंट का नोटिस जारी कर दिया गया है. इसके अलावा 5 आईएएस अफ़सरों को पहले ही अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा चुकी है. 1980 बैच के आईएएस शिशिर प्रियदर्शी, 1983 बैच आईएएस अतुल बगोई, 1985 बैच के आईएएस अरुण आर्या, 1990 बैच के आईएएस संजय भाटिया, 1997 बैच की आईएएस रीता सिंह को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा चुकी है.
वेटिंग में चल रहे हैं ये आईएएस
जबरन रिटायरमेंट के अलावा भ्रष्ट और दागी अफसरों को वेटिंग लिस्ट में भी डाल रखा है. इनमें आईएएस अभय सिंह, विवेक कुमार, देवीशरण उपाध्याय, पवन कुमार, अजय कुमार सिंह, प्रशांत शर्मा का नाम शामिल है.निलंबित होने वाले PCS अफ़सर
सरकार ने आईएएस अफसरों के अलावा पीसीएस अफसरों पर भी कार्रवाई की है. सरकार ने आरोपी पीसीएस अफसरों को निलंबित किया है. इनमें घनश्याम सिंह, राजकुमार द्विवेदी, छोटेलाल मिश्रा, अंजु कटियार, विजय प्रकाश तिवारी, शैलेंद्र कुमार, राजकुमार, सत्यम मिश्रा, देवेंद्र कुमार और सौजन्य कुमार विकास का नाम शामिल है.
इन पीसीएस अफसरों को किया टर्मिनेट
निलंबन के अलावा कई पीसीएस अफसरों को टर्मिनेट और डिमोट भी किया गया है. इनमें अशोक कुमार शुक्ला, अशोक कुमार लाल और रणधीर सिंह दुहन को टर्मिनेट किया जा चुका है जबकि प्रभु दयाल को एसडीएम से तहसीलदार के पद पर डिमोट गया है. गिरीश चंद्र श्रीवास्तव को डिप्टी कलेक्टर से तहसीलदार बनाया गया है.
(इनपुट: अजीत प्रताप सिंह)
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अब तक 1000 से ज्यादा अफसरों कर्मचारियों पर कार्रवाई
भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक योगी सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त 1000 से अधिक अफसरों और कर्मचारियों को जबरन रिटायर किया गया है. इसी क्रम में परिवहन विभाग के 37 और राजस्व विभाग के 36 अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया है. बेसिक शिक्षा विभाग के 26 अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है.
इन विभागों में हुई कार्रवाईइसके अलावा योगी सरकार ने पंचायती राज विभाग के 25 अधिकारियों पर भी डंडा चलाया है. पीडब्ल्यूडी के 18, लेबर डिपार्टमेंट के 16, संस्थागत वित्त विभाग के 16, कमर्शियल टैक्स के 16 अधिकारियों पर की गई कार्रवाई है.आईएएस अफ़सर राजीव कुमार को जबरन रिटायरमेंट का नोटिस जारी कर दिया गया है. इसके अलावा 5 आईएएस अफ़सरों को पहले ही अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा चुकी है. 1980 बैच के आईएएस शिशिर प्रियदर्शी, 1983 बैच आईएएस अतुल बगोई, 1985 बैच के आईएएस अरुण आर्या, 1990 बैच के आईएएस संजय भाटिया, 1997 बैच की आईएएस रीता सिंह को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा चुकी है.
वेटिंग में चल रहे हैं ये आईएएस
जबरन रिटायरमेंट के अलावा भ्रष्ट और दागी अफसरों को वेटिंग लिस्ट में भी डाल रखा है. इनमें आईएएस अभय सिंह, विवेक कुमार, देवीशरण उपाध्याय, पवन कुमार, अजय कुमार सिंह, प्रशांत शर्मा का नाम शामिल है.
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सरकार ने आईएएस अफसरों के अलावा पीसीएस अफसरों पर भी कार्रवाई की है. सरकार ने आरोपी पीसीएस अफसरों को निलंबित किया है. इनमें घनश्याम सिंह, राजकुमार द्विवेदी, छोटेलाल मिश्रा, अंजु कटियार, विजय प्रकाश तिवारी, शैलेंद्र कुमार, राजकुमार, सत्यम मिश्रा, देवेंद्र कुमार और सौजन्य कुमार विकास का नाम शामिल है.
इन पीसीएस अफसरों को किया टर्मिनेट
निलंबन के अलावा कई पीसीएस अफसरों को टर्मिनेट और डिमोट भी किया गया है. इनमें अशोक कुमार शुक्ला, अशोक कुमार लाल और रणधीर सिंह दुहन को टर्मिनेट किया जा चुका है जबकि प्रभु दयाल को एसडीएम से तहसीलदार के पद पर डिमोट गया है. गिरीश चंद्र श्रीवास्तव को डिप्टी कलेक्टर से तहसीलदार बनाया गया है.
(इनपुट: अजीत प्रताप सिंह)
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First published: November 25, 2019, 4:25 PM IST
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