UP: कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने सभापति को लिखा खत, विधानभवन से सावरकर की तस्वीर हटाने की मांग

कांग्रेस नेता ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति को एक पत्र लिखा है.
उत्तर प्रदेश के विधानभवन के मुख्य गेट पर देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ लगाई गई सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) की तस्वीर को लेकर सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस MLC दीपक सिंह नें विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखा चित्र हटाने की मांग की है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: January 19, 2021, 8:55 PM IST
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के विधानभवन के मुख्य गेट पर देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ लगाई गई सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) की तस्वीर को लेकर सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस MLC दीपक सिंह नें उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखा है जिसमें विधान भवन के मुख्य द्वार पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बीच लगाई गई सावरकर की तस्वीर को न सिर्फ देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान बताया है, बल्कि विधानभवन के मुख्य गेट पर लगी इस तस्वीर को हटाकर भाजपा कार्यालय में स्थापित किये जाने की मांग की है.
कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने विधान परिषद के सभापति के नाम भेजे गए इस पत्र में लिखा है कि आपकी अध्यक्षता में UP सरकार ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के मरम्मत एवं सैन्दर्यीकरण कराया है. उसके लिए आभार प्रकट करता हूं. परंतु अत्यंत दुख के साथ निवेदन करता हूं कि तमाम स्वतंत्रता संग्राम सेनाननियों/जाबांजों एवं देश के लिए हसंते-हसंते फांसी के फंदे को चूम लेने वाले महापुरूषों की तस्वीरों के बीच सावरकर की तस्वीर लगाया जाना महान स्वंतत्रेता सेनानियों का अपमान है. सावरकर ने जेल जाने के कुछ महीने बाद ही ब्रिटिश सरकार को पत्र लिखा कि ब्रिटिश सरकार मुझे माफ कर दे तो मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम से खुद को अलग कर लूंगा और ब्रिटिश सरकार के प्रति वफादारी निभाऊंगा. वह जेल से निकल कर अंग्रेजों से मिलकर भारतवासियों के खिलाफ अभियान चलाते रहे. ऐसे में देश की आजादी के लिए वफादारी से जान लगाकर लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ सावरकर की तस्वीर लगाना आपत्तिजनक है.

ये भी पढ़ें: कासगंज: दिनदहाड़े 10 साल के मासूम का अपहरण, 40 लाख की फिरौती नहीं देने पर हत्या की धमकी
सावरकर की तस्वीर हटाने की मांग
कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने अपने पत्र में आगे लिखते है कि सावरकर ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के खिलाफ भी अंग्रेजों से मिलकर युद्ध किया. अंग्रेजों की बांटो और राज करो की नीति में हिंदु-मुस्लिम की लड़ाई कराकर अंग्रेजों की मदद की. जिन्ना के साथ सावरकर ने भी अपने अहमदाबाद के अधिवेशन में दो राष्ट्र की बात कही. ऐसे में जिन्होंने जिन्ना की भाषा बोली हो, सुभाष चंन्द्र बोस का युद्ध लड़ा हो, अंग्रेजों भारत छोड़ो अभियान का विरोध किया हो, जो अग्रंजों से वफादारी करने के नाम पर माफी मांग कर जेल से रिहा हुए और आजादी के विरूद्ध काम किया. ऐसे राष्ट्रवादी से समझदार देश भक्त कैसे सहमत हो सकता है. इसलिए विधानभवन के मुख्य गेट पर लगी सावरकर की तस्वीर को हटाकर भाजपा कार्यालय में स्थापित कराने की कृपा करे, जिससे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और UP के करोड़ों वासियों की भावनाओं को आहत होने से बचाया जा सके.
कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने विधान परिषद के सभापति के नाम भेजे गए इस पत्र में लिखा है कि आपकी अध्यक्षता में UP सरकार ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के मरम्मत एवं सैन्दर्यीकरण कराया है. उसके लिए आभार प्रकट करता हूं. परंतु अत्यंत दुख के साथ निवेदन करता हूं कि तमाम स्वतंत्रता संग्राम सेनाननियों/जाबांजों एवं देश के लिए हसंते-हसंते फांसी के फंदे को चूम लेने वाले महापुरूषों की तस्वीरों के बीच सावरकर की तस्वीर लगाया जाना महान स्वंतत्रेता सेनानियों का अपमान है. सावरकर ने जेल जाने के कुछ महीने बाद ही ब्रिटिश सरकार को पत्र लिखा कि ब्रिटिश सरकार मुझे माफ कर दे तो मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम से खुद को अलग कर लूंगा और ब्रिटिश सरकार के प्रति वफादारी निभाऊंगा. वह जेल से निकल कर अंग्रेजों से मिलकर भारतवासियों के खिलाफ अभियान चलाते रहे. ऐसे में देश की आजादी के लिए वफादारी से जान लगाकर लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ सावरकर की तस्वीर लगाना आपत्तिजनक है.

MLC दीपक सिंह का खत.
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सावरकर की तस्वीर हटाने की मांग
कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने अपने पत्र में आगे लिखते है कि सावरकर ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के खिलाफ भी अंग्रेजों से मिलकर युद्ध किया. अंग्रेजों की बांटो और राज करो की नीति में हिंदु-मुस्लिम की लड़ाई कराकर अंग्रेजों की मदद की. जिन्ना के साथ सावरकर ने भी अपने अहमदाबाद के अधिवेशन में दो राष्ट्र की बात कही. ऐसे में जिन्होंने जिन्ना की भाषा बोली हो, सुभाष चंन्द्र बोस का युद्ध लड़ा हो, अंग्रेजों भारत छोड़ो अभियान का विरोध किया हो, जो अग्रंजों से वफादारी करने के नाम पर माफी मांग कर जेल से रिहा हुए और आजादी के विरूद्ध काम किया. ऐसे राष्ट्रवादी से समझदार देश भक्त कैसे सहमत हो सकता है. इसलिए विधानभवन के मुख्य गेट पर लगी सावरकर की तस्वीर को हटाकर भाजपा कार्यालय में स्थापित कराने की कृपा करे, जिससे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और UP के करोड़ों वासियों की भावनाओं को आहत होने से बचाया जा सके.