के खिलाफ शुक्रवार को लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. सचिवालय प्रशासन के उपसचिव ने रिश्वत मांगने में फंसे मंत्रियों के निजी सचिवों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई हैं. इससे पहले सीएम ने आरोपी तीनों कर्मियों के तत्काल निलंबन के साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए थे साथ ही मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था.
दरअसल एक स्टिंग आपरेशन में मंत्रियों के विधानभवन स्थित मंत्रियों के कार्यालय में उनके निजी सचिवों को एक ट्रांसफर, ठेके आदि में डीलिंग करते पकड़ा गया है. इनमें मंत्री ओम प्रकाश राजभर, अर्चना पांडेय और संदीप सिंह के निजी सचिव शामिल हैं. अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश चंद गुप्ता ने इन तीनों निजी सचिवों के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं.
स्टिंग ऑपरेशन में पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप कई विभागों के लिए घूस मांगते नजर आए. इसी तरह से खनन राज्यमंत्री अर्चना पांडेय के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी भी डीएस से परमीशन से लेकर आबकारी के एक काम के लिए डील करते दिखाई दिए. वहीं बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी किताबों के ठेके का सौदा करते दिखे. मामला उजार होने के बाद हड़कंप मच गया.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : December 28, 2018, 09:11 IST