फाइल फोटो
पिछले लोकसभा चुनावों में मोदी लहर में बीजेपी ने 13 संसदीय क्षेत्रों में से 11 पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार बदली परिस्थितियों में पूर्वांचल में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. पिछले चुनावों में सपा और बसपा अलग-अलग मैदान में थीं. इस बार दोनों ही दल गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस ने भी अपना ब्रह्मास्त्र छोड़ते हुए प्रियंका गांधी को पूर्वांचल की कमान सौंप दी है. वे यहां वोट यात्रा भी कर चुकी हैं. लिहाजा इस बार बीजेपी को त्रिकोणीय चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
अगर 2014 की बात करें तो बीजेपी ने 13 में से 11 सीटों पर कब्ज़ा किया था. मिर्जापुर से उसकी सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने जीत हासिल की थी, जबकि आजमगढ़ से मुलायम सिंह यादव विजयी रहे थे. हालांकि तब परिस्थितियां विपरीत थी. सपा-बसपा अलग-अलग चुनाव लड़ रहे थे. उधर मऊ, गाजीपुर और घोसी में अपना प्रभाव रखने वाले मुख़्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल ने भी प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन इस बार गठबंधन की वजह से पूर्वांचल की 13 सीटों वाराणसी, लालगंज, बलिया, गाजीपुर, घोसी, सलेमपुर, जौनपुर, मछलीशहर, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज और मिर्जापुर पर सबकी निगाहें टिकी हैं.
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जानकारों की मानें तो प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेसियों में उत्साह तो है, लेकिन वह पार्टी का कुछ खास भला करती नहीं दिख रही हैं, क्योंकि यहां सीधी टक्कर गठबंधन और बीजेपी के बीच ही होगी. यही वजह है कि गठबंधन प्रत्याशियों के लिए सपा-बसपा के नेता उन सीटों पर खास रणनीति बना रहे हैं, जहां पिछली बार बीजेपी की जीत का अंतर कम था. इसके अलावा दोनों दलों को मिले वोटों को जोड़कर भी तैयारी की जा रही है.
इन सीटों पर होगी गठबंधन से होगी कड़ी टक्कर
गठबंधन इस बार गाजीपुर, लालगंज, घोसी, बलिया और जौनपुर पर खास रूप से मंथन कर रहा है. क्योंकि पिछले चुनावों में जीत का अंतर अन्य सीटों की अपेक्षा यहां कम था. गाजीपुर में बीजेपी के मनोज सिन्हा 32454 मतों से विजयी रहे थे. वोटों की बात करें तो मनोज सिन्हा को 306929 मत हासिल हुए थे. सपा की शिवकन्या कुशवाहा को 274475 वोट मिले थे. वहीं बसपा के कैलाश नाथ यादव को 241645 मत हासिल हुए थे. अगर सपा-बसपा के वोटों को जोड़ लिया जाए तो यह आंकड़ा बीजेपी के मनोज सिन्हा को मिले वोटों से कहीं अधिक है. लिहाजा इस बार सिन्हा के लिए यह सीट आसान नहीं दिख रही.
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इसी तरह घोसी लोकसभा सीट से बीजेपी के हरिनारायण राजभर 379797 मत हासिल हुए थे. बसपा के दुर्गा चौहान 233782 मत पाकर दूसरे नंबर पर थे. कौमी एकता दल के मुख़्तार अंसारी को 1,66,443 वोट हासिल हुए थे. अब मुख़्तार बंधू बसपा का हिस्सा हैं. लिहाजा इस सीट पर भी गठबंधन की दावेदारी मजबूत दिख रही है.
बलिया से बीजेपी के भारत सिंह को 359758 मत हासिल हुए और उन्होंने सपा के नीरज शेखर (220324) को हराया था. इस सीट पर भी कौमी एकता दल तीसरे और बसपा चौथे नंबर पर थी. यहां भी इस बार गठबंधन की एकजुटता बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है.
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जौनपुर लोकसभा सीट से 367149 मत पाक बीजेपी के केपी सिंह विजयी रहे थे. इस सीट से दूसरे नंबर पर बसपा के सुभाष पांडेय थे, जिन्हें 220839 मत मिले थे. तीसरे नंबर पर सपा के पारसनाथ यादव को 180003 मत हासिल हुए थे. गठबंधन इस यात पर भी बीजेपी को कड़ी चुनौती देता नजर आ रहा है.
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सुरक्षित सीट लालगंज में बीजेपी की नीलम सोनकर 324016 मत के साथ विजयी रहीं. वहीं सपा के बेचई सरोज को 260930 मत हासिल हुए और वह दूसरे नंबर पर रहे. जबकि बसपा के पूर्व सांसद डॉक्टर बलिराम 2,33,971 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. इस बार लालगंज की सीट भी फंसती नजर आ रही है.
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Tags: BJP, BSP, Lucknow news, Lucknow S24p35, Samajwadi party, Up news in hindi
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