अंजलि सिंह राजपूत
लखनऊः भारतीय समाज में अक्सर देखा जाता है कि शादी के बाद महिलाएं खुद के लिए जीना छोड़ देती हैं और अपने पति परिवार और बच्चों के लिए ही पूरे जीवन को समर्पित कर देती हैं. अपने सपनों को बच्चों के अंदर देखना शुरू कर देती हैं. लेकिन लखनऊ की रहने वाली 37 साल की आकांक्षा राय ने इस धारणा को पूरी तरह से बदल दिया है, क्योंकि उन्होंने 2008 में शादी और 2 बच्चों के बाद अपनी जिंदगी को जीना शुरू किया.
90 किलोग्राम से ज्यादा वजन बढ़ जाने के बाद लोगों के तानों से परेशान होकर उन्होंने कुछ इस तरह पसीना बहाया कि आज उनका वजन 48 किलोग्राम है. लोगों के ताने सुन सुनकर थक चुकीं आकांक्षा राय ने बिना किसी की मदद की वेटलिफ्टिंग की. उन्होंने बताया कि अपने पति अतुल से जिम जाने की जब इच्छा जाहिर की थी, तो उन्होंने मना कर दिया था.
जब उनका वजन घटना शुरू हुआ
चोरी-चोरी जिम जाना शुरू किया. इसके बाद धीमे-धीमे करके जब उनका वजन घटना शुरू हुआ तो उन्होंने अपने आप को खेल जगत में शामिल किया और 2021 में उत्तर प्रदेश बॉडीबिल्डिंग एंड फिटनेस एसोसिएशन की ओर से आयोजित चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल हासिल किया. इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर भी बॉडीबिल्डिंग में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन कर चौथी रैंक हासिल की.
वर्तमान में आकांक्षा राय लखनऊ के अलीगंज स्थित एक सरकारी अस्पताल में एएनएम की नौकरी कर रही हैं. साथ में अपने जुनून बॉडीबिल्डिंग को भी उन्होंने जारी रखा है. पति का पूरा सहयोग है, उन्हें मिल रहा है. आज आकांक्षा कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं.
लोग कहते थे आंटी
आकांक्षा राय ने बताया कि दो बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद वह दोपहर के 11 बजे जिम जाती थीं. उन्होंने अपनी डाइट भी फल और सब्जियां कर ली थीं. अपने वजन पर खूब ध्यान दिया क्योंकि वजन बढ़ जाने की वजह से उन्हें लोग ताने मारने लगे थे. आंटी कहने लगे थे. अब उन्हें लोग मैडम कहते हैं. समाज में सम्मान है. वह कहती हैं कि सभी महिलाओं को शादी, पति और बच्चों के साथ अपने बारे में भी सोचना चाहिए.
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