के निर्माण कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और मेट्रो की प्रगति से उन्हें अवगत कराया.
श्रीधरन ने कहा कि हम अब केवल मेट्रो सेफ्टी कमिश्नर सीएमआरएस के क्लीयरेंस का इंतजार कर रहे हैं. प्राथमिकता के सभी काम पूरे हो चुके हैं. सीएमआरएस का क्लीयरेंस न मिलने से लखनऊ मेट्रो के संचालन रूका है.
सीएमआरएस के क्लीयरेंस के लिए गुजारिश की गई है. जुलाई में मेट्रो कॉमर्शियल रन के लिए तैयार है. उम्मीद है कि 15 जुलाई तक क्लीयरेंस मिल जाएगा. श्रीधरन ने साफ किया उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार में बदलाव से मेट्रो प्रोजेक्ट पर कोई असर नहीं पड़ा है.
का किराया होगा. इसका मिनिमम फेयर 10 रुपए के आस-पास होगा. लखनऊ मेट्रो का किराया हम कुछ दिन में घोषित कर देंगे. इसके लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर और राज्य सरकार की सहमति प्राप्त हो गई है.
उन्होंने कहा कि 3 साल के रिकार्ड टाइम में लखनऊ मेट्रो चलेगी. 8.5 किलोमीटर का पहला फेज रिकॉर्ड वक्त में तैयार हुआ. लोगों को प्लेटफॉर्म पर मेट्रो का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इसके अलावा, श्रीधरन ने बताया कि मेरठ, आगरा, गोरखपुर, इलाहाबाद और कानपुर में भी मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए खाका तैयार हो रहा है.
सबसे ज्यादा कठिन काम अंडरग्राउंड टनल बनाने का था. ये एक किलोमीटर से ज्यादा लंबाई की है. ये सब काम हमने सफलतापूर्वक कर लिए हैं. मार्च 2019 तक हर हाल में नार्थ साउथ कॉरिडोर बन कर पूरी तरह तैयार होगा.
मेट्रो के उद्घाटन की बात पर श्रीधरन ने कहा कि राज्य सरकार इस पर निर्णय लेगी. ये उसका निर्णय होगा की कौन उद्घाटन करेगा. ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर का डीपीआर एक महीने में पूरी तरह तैयार होकर राज्य सरकार को सौंप दिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : June 22, 2017, 17:52 IST