UPPCL चेयरमैन को ट्वीट कर उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने जताई नाराजगी, लिखा- उपभोक्ताओं को समय पर नहीं मिल रहा बिजली बिल

ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने बिजली बिल को लेकर जताई नाराजगी
Lucknow News: उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा राजधानी लखनऊ समेत कई जिलो के उपकेंद्रों का औचक निरीक्षण कर सही समय पर सही बिल भेजने का निर्देश दे रहे है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: January 26, 2021, 8:11 AM IST
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की नाराजगी और ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा (Srikant Sharma) के लगातार बिजली उपकेंद्रों के औचक निरीक्षणो के बावजूद बिजली विभाग सुधरने का नाम नही ले रहा है. जिसके चलते उत्तर प्रदेश में आज तक बिजली उपभोक्ताओ को निर्धारित समय पर सही बिजली बिन न मिलने की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही है. जिसको लेकर उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी ट्विट कर अपनी नाराजगी जताई है.
उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'उपभोक्ताओं को सही बिल समय पर मिले,यह @UppclChairman की जिम्मेदारी है. जुलाई 2018में बिलिंग एजेंसियों से हुए करार के मुताबिक 8 माह में शहरी व 12माह में ग्रामीण क्षेत्रों में 97% डाउनलोडेबल बिलिंग होनी थी,लेकिन आज भी 10.64% ही है. यह घोर लापरवाही है."
दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बिजली विभाग की समीक्षा बैठक की थी. जिसमें उन्होंने सही समय पर सही बिल न मिलने की लगातार आ रही शिकायतों पर नाराजगी जताई थी और उपभोक्ताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान किये जाने के साथ बिजली के बकाया बिल की वसूली कर विभागीय कार्यों में भी सुधार के निर्देश दिये थे. जिसके बाद से उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा राजधानी लखनऊ समेत कई जिलो के उपकेंद्रों का औचक निरीक्षण कर सही समय पर सही बिल भेजने का निर्देश दे रहे है. लेकिन फिर भी कोई खास सुधार न होने पर उर्जा मंत्री पहले ही अधिकारियो और बिलिंग एजेंसियों की मिलीभगत से किये जा रहे इस भ्रष्टाचार की एसटीएफ जांच के लिय़े मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजे जाने की जानकारी दे चुके है.
उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा नें शासन या प्रबंधन स्तर से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बैठक कर सिर्फ निर्देश देने वाले अधिकारियों को जहां पहले ही उपकेंद्रों पर जाकर समीक्षा करने के निर्देश दिये जाने की बात कही. तो वहीं अब खुद राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के हर जिले के उपकेंद्रों का निरीक्षण कर उपभोक्ताओं को लूटने वाले अपने विभागीय प्रबंधन और इंजीनियरों के रैकेट को उनकी सही जगह पर पहुंचाने का भी दावा करते नजर आ रहे है.
उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'उपभोक्ताओं को सही बिल समय पर मिले,यह @UppclChairman की जिम्मेदारी है. जुलाई 2018में बिलिंग एजेंसियों से हुए करार के मुताबिक 8 माह में शहरी व 12माह में ग्रामीण क्षेत्रों में 97% डाउनलोडेबल बिलिंग होनी थी,लेकिन आज भी 10.64% ही है. यह घोर लापरवाही है."
दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बिजली विभाग की समीक्षा बैठक की थी. जिसमें उन्होंने सही समय पर सही बिल न मिलने की लगातार आ रही शिकायतों पर नाराजगी जताई थी और उपभोक्ताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान किये जाने के साथ बिजली के बकाया बिल की वसूली कर विभागीय कार्यों में भी सुधार के निर्देश दिये थे. जिसके बाद से उर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा राजधानी लखनऊ समेत कई जिलो के उपकेंद्रों का औचक निरीक्षण कर सही समय पर सही बिल भेजने का निर्देश दे रहे है. लेकिन फिर भी कोई खास सुधार न होने पर उर्जा मंत्री पहले ही अधिकारियो और बिलिंग एजेंसियों की मिलीभगत से किये जा रहे इस भ्रष्टाचार की एसटीएफ जांच के लिय़े मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजे जाने की जानकारी दे चुके है.
उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा नें शासन या प्रबंधन स्तर से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बैठक कर सिर्फ निर्देश देने वाले अधिकारियों को जहां पहले ही उपकेंद्रों पर जाकर समीक्षा करने के निर्देश दिये जाने की बात कही. तो वहीं अब खुद राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के हर जिले के उपकेंद्रों का निरीक्षण कर उपभोक्ताओं को लूटने वाले अपने विभागीय प्रबंधन और इंजीनियरों के रैकेट को उनकी सही जगह पर पहुंचाने का भी दावा करते नजर आ रहे है.