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निर्दलीय होकर भी 25 साल तक सत्ता में धमक महसूस कराते रहे राजा भैया

रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (पीटीआई)

रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (पीटीआई)

दरअसल पूरी कवायद राजा भैया को उत्तर भारत में बतौर क्षत्रिय नेता स्थापित करने की है. माना जा रहा है कि विशाल रैली के जरि ...अधिक पढ़ें

    एक निर्दलीय के तौर पर अपने सियासी सफर के 25 साल पूरे होने पर प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया अब दलगत राजनीति की शुरुआत करने जा रहे हैं. शुक्रवार को लखनऊ के रमाबाई मैदान में उनकी पहली राजनीतिक रैली होगी. जिसमें वह नई पार्टी के नाम की औपचारिक घोषणा करेंगे. उन्होंने पार्टी का नाम 'जनसत्ता पार्टी' रखा है.

    दरअसल पूरी कवायद राजा भैया को उत्तर भारत में बतौर क्षत्रिय नेता स्थापित करने की है. माना जा रहा है कि विशाल रैली के जरिए वह शक्ति प्रदर्शन करेंगे. दरअसल उनकी राजनीति अगड़ा बनाम पिछड़ा ही रहेगी. पिछले दिनों उन्होंने एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के चलते सवर्णों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया था. बता दें, राजा भैया पिछले 25 वर्षों से कुंडा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर यूपी विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

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    निर्दलीय रहते हुए भी राजा भैया की धमक सत्ता के गलियारों में हमेशा महसूस की गई. बसपा को छोड़ दें तो सत्ता किसी भी पार्टी की हो राजा भैया मंत्री जरूर रहे. वर्ष 2009 में बसपा सरकार से टकराव के बाद 18 महीने जेल में भी रहे, लेकिन उनका कद नहीं घटा. हालांकि अपने सियासी जीवन में वे कभी भी सीधे तौर पर किसी राजनीतिक दल में न तो शामिल हुए और न ही अपनी पार्टी खड़ी की. 2004 और 2013 में बनी समाजवादी पार्टी की मुलायम सिंह और अखिलेश यादव सरकार में मंत्री बने. भारतीय जनता पार्टी की कल्याण सिंह सरकार में भी शामिल रहे थे. लेकिन 2002 में बीजेपी के समर्थन से बनी बसपा सरकार में वह शामिल नहीं हुए. इस तरह तकरीबन 25 वर्ष से वह निर्दलीय विधायक के तौर पर ही राजनीति करते रहे.

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    सपा-बसपा में गठबंधन के बाद ज्यसभा चुनाव में उन्होंने अखिलेश का साथ छोड़ दिया और बीजेपी समर्थित प्रत्याशी के पक्ष में वोट देकर समीकरण बिगाड़ दिया. इसके बाद कयास लगने लगे थे कि राजा भैया जल्द ही योगी सरकार में मंत्री बने नजर आएंगे. लेकिन उन्होंने एक बार फिर अलग दांव चला. उन्होंने समर्थकों से विचार विमर्श कर अलग राजनीतिक दल बनाकर मैदान में कूदने की घोषणा की दी.

    राजा भैया का प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी और इलाहबाद में अच्छी पकड़ मानी जाती है. राजा के समर्थकों का दावा है कि आज की रैली में करीब एक लाख समर्थक जुटेंगे.

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    Tags: Lucknow news, Raghuraj Partap Singh, Up news in hindi

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