देश विदेश में आपने कलाकार बहुत देखे होंगे लेकिन आज हम आपको मिलाते है लखनऊ के रहने वाले नवनीत रस्तोगी से जिन्होंने काफ़ी कठिनाइयों का सामना करने के बाद अपनी लगन से भरतनाट्यम् सीख कर उसमें शिक्षा हासिल की और लखनऊ भातखंडे म्यूज़िक इंस्टिट्यूट (bhatkhande music institute) में शिक्षक बने.भरतनाट्यम् मुख्य रूप से दक्षिण भारत की शास्त्रीय नृत्य शैली है.इस नृत्यकला में भावम्, रागम् और तालम् इन तीन कलाओं का समावेश होता है.न्यूज़18 लोकल की टीम से ख़ास बातचीत करते हुए नवनीत ने बताया कि वे अपने घर से पैदल आते और जाते थे भरतनाट्यम् सीखने जो उनके घर से 8 किलोमीटर की दूरी पर है.कोरोना काल में उनकी नौकरी चली गयी और उसके बाद उन्होंने अपने घर में ही एक छोटे से कमरे में ‘नव कला एकेडमी’ को शुरू किया.
एक पुरुष होके भरतनाट्यम् को सीखने की चाह रखना किसी मुकाबले से कम नहीं थी.जहां नवनीत का परिवार उनकी मदद नहीं करता था इसके बावजूद उन्होंने ढेर सारे पुरस्कार जीते और लखनऊ, दिल्ली ,बरेली, गोरखपुर, इलाहाबाद, सीतापुर, मेरठ, बिजनौर, असम, ओडिसा, बलांगीर ,मैसूर, बंगलोर अन्य जगहों में अपनी कला का जादू बिखेरा.
नवनीत की उपाधियां :
•अरंगेत्रम ” भरत श्री ” की उपाधी 2011, राष्ट्रीय एकीकरण टाइम्सनृ द्वारा डॉक्टर जगदीश गांधी जी के 78 जन्मदिन के पर नृत्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर सम्मान, पर्वतीय समाज द्वारा नृत्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर मिला सम्मान (लखनऊ)
* राष्ट्रमण्डल खेल (common wealth games)
* प्रस्तुति वर्ष 2010 (दिल्ली)
* बीपीए और एमपीए प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया.
लखनऊ से प्रियंका यादव की रिपोर्ट.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Lucknow city, Lucknow news