यूपी के सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में बुधवार दोपहर 90 बीघा जमीन के विवाद में गुर्जर और गोंड विरादरी के बीच खूनी संघर्ष के मामले में शुक्रवार को सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया. इस दौरान
ने सदन में ही वेल के पास पोस्टर लेकर नरसंहार पर विरोध करने लगे. हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कार्यवाही स्थगित कर दी गई. सदन में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि अपर मुख्य सचिव राजस्व के नेतव में 3सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि 1952 से लेकर कमेठी जांच करेगी. नरसंहार के बोलते हुए कहा कि मुख्य आरोपी सहित 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सीएम ने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ट्रैक्टर ट्राली में भरकर करीब 200 लोगों को लेकर घोरावल थाना इलाके के उम्भा गांव पहुंचा. उन लोगों के पास गंड़ासे और अवैध तमंचे थे. प्रधान ट्रैक्टरों से खेत की जबरन जुताई करवाने लगा. इस पर ग्रामीणों ने विरोध किया तो प्रधान के समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया.
ग्रामीणों ने मुताबिक, इस दौरान हमलावरों ने सामने आने वाले लोगों को गंड़ासे से काट डाला. फायरिंग में गोली लगने और गंड़ासे से घायल ग्रामीणों की लाशें खेत में चारों तरफ गिरती चली गईं. लोगों का कहना है कि गोंड आदिवासी बहुल इस जनपद में सदियों से आदिवासियों के जोत को तमाम नियमों के आधार पर नजरअंदाज किया जाता रहा है. इलाके में रसूखदार लोग इस तरह की काफी जमीनों पर अवैध तरीके से काबिज हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 19, 2019, 11:33 IST