बाहुबली विधायक राजा भैया
लखनऊ में मायावती के बाद दूसरी सबसे बड़ी रैली कर बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया ने एक बार फिर अपनी सियासी धमक दिखाई. रैली में दो लाख के करीब जुटी भीड़ ने साबित कर दिया कि राजा भैया जनसत्ता पार्टी के सहारे उत्तर भारत में प्रमुख राजपूत चेहरा बनना चाहते हैं. इस सवाल पर न्यूज18 यूपी के एग्जीक्यूटिव एडिटर अमिताभ अग्निहोत्री कहते हैं कि राजा भैया ने रैली के जरिए जो अपनी पार्टी के लिए मुद्दे चुने है. वो इस बात का ध्यान करके चुने है कि उस मुद्दे से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ पाए. उन्होंने बताया कि राजा भैया अच्छी तरह से जानते है कि केवल राजपूतों की पार्टी उत्तर प्रदेश में बहुत कुछ नहीं हासिल कर सकती.
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अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया की राजा भैया ने अपनी रैली में इस बात पर जोर दिया कि ज्यादा से ज्यादा सभी समुदाय के लोग इस पार्टी से जुड़ पाए. इसलिए उन्होंने सवाल उठाया कि दलित की बेटी और सवर्णों की बेटी में अंतर क्या. अमिताभ ने कहा कि अगर दलित की बेटी पर छेड़खानी का मुकदमा दर्ज हो सकता है तो गैर दलित पर क्यों नहीं. राजा भैया ने रैली में साफ संदेश देने की कोशिश की दलित की बेटी के साथ अपराध हो या गैर दलित के साथ अपराध हमेशा अपराध की श्रेणी में आता है. राजा भैया ने इन्हीं मुद्दे को लेकर अपना फलक को उंचा करने की कोशिश की.
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