उत्तर प्रदेश में विधान परिषद में समाजवादी पार्टी के 51 सदस्य हैं.
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद हसन (Ahmed Hasan) एक बार फिर विधान परिषद (UP Legislative Council) में विपक्ष के नेता होंगे. परिषद के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश सिंह के मताबिक कार्यकारी सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार का प्रयोग करते हुए अहमद हसन को 31 जनवरी, 2021 से विधान परिषद में नेता विरोधी दल मनोनीत किया है.
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद हसन हाल में हुए विधान परिषद चुनाव में एक बार फिर निर्वाचित घोषित किये गये थे. इससे पहले भी वह उच्च सदन में विपक्ष के नेता थे. सपा के दो सदस्यों को अगले 6 साल तक के लिए विधायक घोषित किया गया है, जिसमें अहमद हसन के अलावा राजेन्द्र यादव शामिल हैं. यह दोनों पार्टी के कद्दावर नेता हैं.
हाल ही में विधान परिषद की 12 सीट पर निर्विरोध सदस्य चुने गए हैं. 12 में से 10 सीटें बीजेपी के खाते में गई हैं और सपा को दो सीटें मिली हैं. इसके विधान परिषद में सपा के पास पहले 55 सदस्य थे, जो घटकर 51 रह गए हैं. बीजेपी 25 से 32 पर पहुंच गई है, वहीं, बसपा की सदस्य संख्या 8 से घटकर 6 हो गई है. कांग्रेस 2 पर बरकरार है. अपना दल (सोनेलाल) के पास 1 और शिक्षक दल 1, निर्दलीय समूह 2, निर्दलीय 3 और 2 सीटें रिक्त हैं.
ये नेता चुने गए निर्विरोध
बीजेपी से नवनिर्वाचित सदस्यों में डॉ. दिनेश शर्मा, स्वतंत्र देव सिंह, लक्ष्मण प्रसाद, कुंवर मानवेंद्र सिंह, अरविंद कुमार शर्मा, गोविंद नारायण शुक्ला, सलिल विश्नोई, अश्विनी त्यागी, धर्मवीर प्रजापति, सुरेंद्र चौधरी हैं. वहीं, समाजवादी पार्टी से अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी निर्विरोध चुने गए हैं. आपको बता दें कि डॉ दिनेश शर्मा, अहमद हसन, स्वतंत्र देव सिंह और लक्ष्मण प्रसाद फिर से निर्वाचित हुए हैं.
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Tags: Akhilesh yadav, BJP, Legislative council, Samajwadi party, UP news
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