कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा- हमने कुछ गलत नहीं किया, नहीं देंगे नोटिस का जवाब
भाषा Updated: November 22, 2019, 9:33 PM IST

अनुशासनहीनता (Indiscipline) के आरोप में पार्टी नेतृत्व की तरफ से नोटिस का सामना कर रहे कुछ वरिष्ठ कांग्रेस (Congress) नेताओं का कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह नोटिस का जवाब नहीं देंगे.
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- Last Updated: November 22, 2019, 9:33 PM IST
लखनऊ. अनुशासनहीनता (Indiscipline) के आरोप में पार्टी नेतृत्व की तरफ से नोटिस का सामना कर रहे कुछ वरिष्ठ कांग्रेस (Congress) नेताओं का कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह नोटिस का जवाब नहीं देंगे. नोटिस पाने वाले नेताओं में शामिल पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी (Satyadev Tripathi) ने शुक्रवार को कहा, 'मैंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है. मैं नियम जानता हूं कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सदस्य होने के नाते मुझे प्रदेश कांग्रेस से नोटिस नहीं दी जा सकती.’
ऐसे ही एक अन्य वरिष्ठ नेता सिराज मेंहदी ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है और वह महज अखबारों में लिखी बातों के आधार पर कोई बात नहीं कर सकते. एक अन्य पार्टी नेता ने कहा, ' हमारा कदम कांग्रेस को मजबूत करने और संगठन में व्याप्त किसी भी कमी को दूर करने के लिये था. हम पर अनुशासनहीनता का आरोप कैसे लगाया जा सकता है? पार्टी के वरिष्ठ नेता पिछली अक्टूबर में प्रदेश कांग्रेस की नयी समिति घोषित होने के बाद संगठन में अपनी भूमिका को लेकर चिंतित हैं. उस समिति ने अनुभवी नेताओं के बजाय युवाओं को वरीयता दी गयी है.'
इन वरिष्ठ नेताओं ने आश्चर्य व्यक्त किया कि आखिर उन तक पहुंचने से पहले नोटिस का पता मीडिया को कैसे लग गया. जिन लोगों ने ऐसा किया है, दरअसल उन्होंने ही अनुशासनहीनता की है. ये लोग स्वार्थ के लिये पार्टी नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं. इन नेताओं ने अपनी दो बैठकों का ब्यौरा देते हुए कहा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को श्रद्धांजलि देना और गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने पर चिंता जाहिर करना अनुशासनहीनता है?
दरअसल प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी की प्रदेश इकाई के बारे में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिये गये निर्णयों का विरोध करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को 11 वरिष्ठ नेताओं को नोटिस जारी करके 24 घंटे में जवाब मांगा है. प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य पूर्व विधायक अजय राय ने वह नोटिस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के निर्देश पर जारी किया है.जिन नेताओं को यह नोटिस जारी किया गया, उनमें पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व विधान परिषद सदस्य हाजी सिराज मेंहदी, राजेन्द्र सिंह सोलंकी, भूदर नारायण मिश्रा, हाफिज मोहम्मद उमर, विनोद चौधरी, नेक चंद्र पाण्डेय, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह शामिल हैं.
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ऐसे ही एक अन्य वरिष्ठ नेता सिराज मेंहदी ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है और वह महज अखबारों में लिखी बातों के आधार पर कोई बात नहीं कर सकते. एक अन्य पार्टी नेता ने कहा, ' हमारा कदम कांग्रेस को मजबूत करने और संगठन में व्याप्त किसी भी कमी को दूर करने के लिये था. हम पर अनुशासनहीनता का आरोप कैसे लगाया जा सकता है? पार्टी के वरिष्ठ नेता पिछली अक्टूबर में प्रदेश कांग्रेस की नयी समिति घोषित होने के बाद संगठन में अपनी भूमिका को लेकर चिंतित हैं. उस समिति ने अनुभवी नेताओं के बजाय युवाओं को वरीयता दी गयी है.'
इन वरिष्ठ नेताओं ने आश्चर्य व्यक्त किया कि आखिर उन तक पहुंचने से पहले नोटिस का पता मीडिया को कैसे लग गया. जिन लोगों ने ऐसा किया है, दरअसल उन्होंने ही अनुशासनहीनता की है. ये लोग स्वार्थ के लिये पार्टी नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं. इन नेताओं ने अपनी दो बैठकों का ब्यौरा देते हुए कहा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को श्रद्धांजलि देना और गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने पर चिंता जाहिर करना अनुशासनहीनता है?
दरअसल प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी की प्रदेश इकाई के बारे में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिये गये निर्णयों का विरोध करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को 11 वरिष्ठ नेताओं को नोटिस जारी करके 24 घंटे में जवाब मांगा है. प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य पूर्व विधायक अजय राय ने वह नोटिस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के निर्देश पर जारी किया है.जिन नेताओं को यह नोटिस जारी किया गया, उनमें पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व विधान परिषद सदस्य हाजी सिराज मेंहदी, राजेन्द्र सिंह सोलंकी, भूदर नारायण मिश्रा, हाफिज मोहम्मद उमर, विनोद चौधरी, नेक चंद्र पाण्डेय, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह शामिल हैं.
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First published: November 22, 2019, 9:33 PM IST