UP Panchayat Elections 2021: यूपी में 52 लाख मतदाता बढ़े, राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी किया वोटर लिस्ट

राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी की वोटर लिस्ट (यूपी पंचायत चुनाव 2021)
UP Panchayat Elections 2021: पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट में 2.10 करोड़ नामों में हुआ परिवर्तन. 45 फीसदी से अधिक वोटर 35 साल से कम की उम्र के हैं. गाजियाबाद की डासना पंचायत में सबसे ज्यादा मतदाता. लखनऊ (Lucknow) में परिसीमन के बाद ग्राम पंचायतें घट गई हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 23, 2021, 12:06 PM IST
लखनऊ. उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव (UP Panchayat election) को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने 71 जिलों की अंतिम वोटर लिस्ट (Voter List) शुक्रवार देर शाम जारी कर दिया. इस बार 12.50 करोड़ वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. 2015 के मुकाबले करीब 52 लाख वोटर बढ़े हैं. पिछली बार 11.76 करोड़ मतदाता थे. अपर निर्वाचन आयुक्त वेदप्रकाश वर्मा ने बताया कि वोटर लिस्ट में कुल 2.10 करोड़ नामों में परिवर्तन हुआ है. 39.36 लाख नाम संशोधित किए गए हैं. 1.09 करोड़ वोटरों के नाम हटाए गए हैं. महिला वोटरों की संख्या 5.76 करोड़ है. वोटर लिस्ट में 45 फीसदी से अधिक वोटर 35 साल या उससे कम के हैं. गाजियाबाद की डासना ग्राम पंचायत में सर्वाधिक 38,077 वोटर हैं.
राजधानी लखनऊ में परिसीमन के बाद ग्राम पंचायतें घट गई हैं. इनमें शामिल गांव भी कम हो गए हैं. ऐसे में प्रधान, बीडीसी, डीडीसी और सदस्यों के पद भी घटे हैं. इसके उलट त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जारी अंतिम मतदाता सूची में 62,489 मतदाता बढ़े हैं. अब पंचायतों में मतदाताओं की संख्या 10,57,702 हो गई है, जबकि पिछली बार साल 2015 के पंचायत चुनाव में 9,95,213 मतदाता थे.

जिला प्रशासन पंचायतों में त्रिस्तरीय चुनाव करवाने की तैयारी कर रहा है. पंचायतों में मतदान केंद्र और बूथों की सूची तैयार की जा रही है. पंचायत चुनाव के लिए 626 मतदान केंद्र और 1748 मतदान स्थल बनाए गए हैं. अब तक तैयार मतदाता सूची के मुताबिक कुल वोटर में तकरीबन 42.43 फीसद (5.58 करोड़) 35 वर्ष से कम आयु के युवा हैं. 36 से 60 वर्ष के जहां 42.83 फीसद वहीं 60 वर्ष से अधिक आयु के 11.73 फीसद वोटर हैं. सूत्रों के अनुसार इसको लेकर आयोग विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाने को लेकर अधिसूचना एक-दो दिन में जारी कर सकता है. मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में अधिकतम 45 दिन लग सकते हैं.
राजधानी लखनऊ में परिसीमन के बाद ग्राम पंचायतें घट गई हैं. इनमें शामिल गांव भी कम हो गए हैं. ऐसे में प्रधान, बीडीसी, डीडीसी और सदस्यों के पद भी घटे हैं. इसके उलट त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जारी अंतिम मतदाता सूची में 62,489 मतदाता बढ़े हैं. अब पंचायतों में मतदाताओं की संख्या 10,57,702 हो गई है, जबकि पिछली बार साल 2015 के पंचायत चुनाव में 9,95,213 मतदाता थे.

42 फीसद से अधिक युवा मतदाता
जिला प्रशासन पंचायतों में त्रिस्तरीय चुनाव करवाने की तैयारी कर रहा है. पंचायतों में मतदान केंद्र और बूथों की सूची तैयार की जा रही है. पंचायत चुनाव के लिए 626 मतदान केंद्र और 1748 मतदान स्थल बनाए गए हैं. अब तक तैयार मतदाता सूची के मुताबिक कुल वोटर में तकरीबन 42.43 फीसद (5.58 करोड़) 35 वर्ष से कम आयु के युवा हैं. 36 से 60 वर्ष के जहां 42.83 फीसद वहीं 60 वर्ष से अधिक आयु के 11.73 फीसद वोटर हैं. सूत्रों के अनुसार इसको लेकर आयोग विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाने को लेकर अधिसूचना एक-दो दिन में जारी कर सकता है. मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में अधिकतम 45 दिन लग सकते हैं.