लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राज्य में सियासी उथल-पुथल का दौर जारी है. बुधवार को मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव BJP में शामिल हो गईं. इससे पहले योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party-SP) में शामिल हो गए थे. दिलचस्प है कि स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से भाजपा सांसद हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने के बाद संघमित्रा मौर्य को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में कयासबाजी का दौर शुरू हो गया था. इसको लेकर तरह-तरह के बयान सामने आए थे. अब अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद संघमित्रा मौर्य ने फेसबुक पोस्ट लिखा है. इसमें उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या बहन-बेटी की भी जाति या धर्म होता है?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर हर दिन नए सियासी समीकरण बन रहे हैं. बुधवार 19 जनवरी 2022 को मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गईं. समाजवादी पार्टी के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं, अपर्णा यादव के भाजपाई होने पर सपाई हुए स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा ने फेसबुक पोस्ट किया है. संघमित्रा मौर्य ने लिखा, ‘संस्कार… शब्द अच्छा है लेकिन संस्कार है किसके अंदर? हफ्ते भर पहले एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज वही एक बहू अपने चचेरे भाई (योगी जी) के साथ एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आती हैं तो स्वागत! क्या इसको भी वर्ग से जोड़ा जाना चाहिए कि बेटी (मौर्य) पिछड़े वर्ग की है और बहू (विष्ट) अगड़े वर्ग से है?’
संघमित्रा मौर्य ने आगे लिखा, ‘क्या बहन-बेटी की भी जाति और धर्म होता है? अगड़ा (सवर्ण) भाजपा में आता है तो राष्ट्रवादी और वह वोट भाजपा को करेगा या नहीं इसपर सवाल खड़ा करना तो दूर सोचा भी नहीं जाता है. लेकिन, पार्टी में रहने वाला राष्ट्रद्रोही और उसके वोट पर सवाल खड़े हो रहे हैं…ऐसा क्यों? कृप्या सलाह न दें कि मैं कहां जाऊं और क्या करूं. मैं जहां हूं, ठीक हूं.’ बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर तरह-तरह के सवाल उठने शुरू हो गए थे. उनकी बेटी और भाजपा से सांसद संघमित्रा मौर्य को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई थीं.
बता दें कि संघमित्रा ने कहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य हमेशा पिछड़ों के नेता रहे हैं और यह भारी जनसमर्थन उसका गवाह है. बदायूं की सांसद ने आगे कहा कि पिताजी का फैसला उनका निजी फैसला है, लेकिन राजनीति में हमेशा संभावनाएं होती हैं. बीजेपी सांसद ने कहा था कि अभी मैं 2024 तक भारतीय जनता पार्टी की सांसद हूं, आगे क्या होगा कहा नहीं जा सकता. इससे पहले बीजेपी सांसद संघमित्रा ने कहा था कि उनके पिता किसी पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Swami prasad maurya, Uttar Pradesh Assembly Elections, Uttar Pradesh Elections