उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ऊर्जा मंत्री (Power Minister) श्रीकांत शर्मा ने सोमवार को ऊर्जा विभाग की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के शहरों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति दे रही है. अब ऐसे गांवों को भी 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलेगी, जहां लाइन हानियां 15% से कम होंगी. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसे गांवों के जर्जर तार भी प्राथमिकता में बदलेगी. इसके लिए जनसहभागिता जरूरी है. उन्होंने इसके लिए उन्होंने अपील की है कि सभी लोग इसका हिस्सा बनें, जिससे गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के अभियान को गति दी जा सके.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार गांवों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने, ओडीओपी के जरिये गांवों के आर्थिक तंत्र को सुदृढ़ करने के अभियान में जुटी है. गांवों में कुटीर उद्योगों की स्थापना से रोजगार के साधन बढ़ेंगे, बिजली की निर्बाध उपलब्धता इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है. इसीलिए ऊर्जा विभाग ने गांवों को भी 24 घंटे की निर्बाध आपूर्ति की श्रेणी में रखने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार ग्राम पंचायतों, प्रबुद्ध लोगों एवं युवाओं को इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करती है. युवा अपने गांव में समय पर बिल जमा करने में लोगों में प्रेरित करें और बिजली चोरी रोकने में योगदान दें. ग्राम पंचायतें इस प्रतिस्पर्धा में शामिल होकर अपने गांव को 24 घंटे की आपूर्ति व्यवस्था का हिस्सा बनाएं. उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्रों के सभी जर्जर तार सरकार पहले बदलेगी, यहां की व्यवस्था भी पूरी तरह सुदृढ की जाएगी.
ऊर्जा मंत्री कहा कि ऊर्जा विभाग अब उपकेन्द्रवार अपने उपक्रमों की समीक्षा करेगा. ऊर्जा विभाग ने ऐसा तंत्र विकसित भी कर लिया है, जिससे किसी भी उपकेन्द्र की शक्ति भवन से सीधे समीक्षा की जा सकती है. हम अपने हर उपकेंद्र को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करेंगे. ऐसा करने में बेहतर काम करने वाले कर्मिकों को ईनाम भी दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग उपभोक्ताओं के हितों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है. उपभोक्ताओं को सही बिल समय पर मिले, उन्हें विद्युत संबंधी आवश्यकताओं के लिए किसी का चक्कर न लगाना पड़े, इसके लिए पूरे तंत्र में तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देकर हम जरूरी बदलाव कर रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : May 18, 2020, 20:54 IST