अयोध्या: मस्जिद निर्माण के लिए ट्रस्ट को लेनी होंगी ये 14 NOC

अयोध्या में 26 जनवरी को रखी जानी है मस्जिद की नींव.
अयोध्या (Ayodhya): नगर निगम के सीमा विस्तार के बाद धन्नीपुर गांव अब अयोध्या विकास प्राधिकरण के दायरे में आ गया है. ऐसे में विकास प्राधिकरण से ही मस्जिद समेत पूरे परिसर में होने वाले अन्य निर्माण कार्यों का नक्शा पास कराना होगा.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: January 20, 2021, 6:49 PM IST
लखनऊ. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court Of India) के फैसले के बाद अयोध्या (Ayodhya) के धन्नीपुर में मस्जिद (Mosque) का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. 26 जनवरी को मस्जिद की नींव बेहद सादगी भरे कार्यक्रम में रखी जाएगी. इसी कड़ी में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (Indo Islamic Cultural Foundation) ने धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ भूमि पर मस्जिद निर्माण की तैयारी तेज कर दी है. ट्रस्ट की ओर से इसका नक्शा पास कराने के लिए जिला पंचायत अयोध्या में आवेदन करने की तैयारी भी कर ली गई थी, लेकिन नगर निगम के सीमा विस्तार के बाद धन्नीपुर गांव अब अयोध्या विकास प्राधिकरण के दायरे में आ गया है. ऐसे में विकास प्राधिकरण से ही मस्जिद समेत पूरे परिसर में होने वाले अन्य निर्माण कार्यों का नक्शा पास कराना होगा.
मस्जिद के साथ हॉस्पिटल और लाइब्रेरी का है प्रस्ताव
आपको बता दें कि इस क्रम में शासन से अनुमति लेकर जिला प्रशासन ने सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में रौनाही थाने के पास हाईवे से सटी कृषि विभाग के भूखंड में से 5 एकड़ भूमि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के नाम ट्रांसफर कर दी थी. ट्रस्ट की ओर से इस जमीन पर एक भव्य मस्जिद के साथ एक हॉस्पिटल, एक लाइब्रेरी का निर्माण प्रस्तावित है.
26 जनवरी को रखी जाएगी नींव
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि नक्शा पास कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि नक्शा पास कराने का आवेदन जिला पंचायत के नियमों के अनुसार तैयार किया गया है. इसकी डिजाइन तैयार करने वाले मुख्य वास्तुकार प्रोफेसर एसएम अख्तर 24 जनवरी को लखनऊ आएंगे. इसी दिन एक टीम अयोध्या के धन्नीपुर जाकर स्वायल टेस्टिंग करेगी. उसके बाद 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन ट्रस्ट के अध्यक्ष समेत सभी 9 सदस्य धनीपुर जाएंगे और मस्जिद की नींव रखेंगे.
झंडारोहण के साथ पौधारोपण कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही वहां झंडारोहण होगा व पौधारोपण का भी कार्यक्रम रखा गया है. इस कार्यक्रम के कुछ दिनों के बाद ही जिला पंचायत फैजाबाद अयोध्या जाकर एक टीम नक्शा पास करने के लिए दस्तावेज दाखिल करेगी. अयोध्या विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी बतातें हैं कि सोहावल तहसील का धन्नीपुर गांव, जहां शासन से मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ भूमि दी गई है, वह विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में है. ऐसे में नक्शा विकास प्राधिकरण में ही प्रस्तुत करना होगा और यहीं से स्वीकृति मिलेगी.
14 प्रकार की एनओसी चाहिए
आपको बता दें कि मस्जिद निर्माण के लिए कुल 14 प्रकार की एनओसी के साथ सरकार का अनुमति पत्र भी देना होगा. प्राधिकरण की नियमावली के हिसाब से मस्जिद का प्लान या लेआउट नक्शा, पर्यावरण, फायर, एएसआई, वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी, राजस्व, जिला पंचायत जैसे 14 विभागों की एनओसी और विकास शुल्क जमा कराना होगा.
मस्जिद के साथ हॉस्पिटल और लाइब्रेरी का है प्रस्ताव
आपको बता दें कि इस क्रम में शासन से अनुमति लेकर जिला प्रशासन ने सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में रौनाही थाने के पास हाईवे से सटी कृषि विभाग के भूखंड में से 5 एकड़ भूमि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के नाम ट्रांसफर कर दी थी. ट्रस्ट की ओर से इस जमीन पर एक भव्य मस्जिद के साथ एक हॉस्पिटल, एक लाइब्रेरी का निर्माण प्रस्तावित है.
26 जनवरी को रखी जाएगी नींव
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि नक्शा पास कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि नक्शा पास कराने का आवेदन जिला पंचायत के नियमों के अनुसार तैयार किया गया है. इसकी डिजाइन तैयार करने वाले मुख्य वास्तुकार प्रोफेसर एसएम अख्तर 24 जनवरी को लखनऊ आएंगे. इसी दिन एक टीम अयोध्या के धन्नीपुर जाकर स्वायल टेस्टिंग करेगी. उसके बाद 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन ट्रस्ट के अध्यक्ष समेत सभी 9 सदस्य धनीपुर जाएंगे और मस्जिद की नींव रखेंगे.
झंडारोहण के साथ पौधारोपण कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही वहां झंडारोहण होगा व पौधारोपण का भी कार्यक्रम रखा गया है. इस कार्यक्रम के कुछ दिनों के बाद ही जिला पंचायत फैजाबाद अयोध्या जाकर एक टीम नक्शा पास करने के लिए दस्तावेज दाखिल करेगी. अयोध्या विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी बतातें हैं कि सोहावल तहसील का धन्नीपुर गांव, जहां शासन से मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ भूमि दी गई है, वह विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में है. ऐसे में नक्शा विकास प्राधिकरण में ही प्रस्तुत करना होगा और यहीं से स्वीकृति मिलेगी.
14 प्रकार की एनओसी चाहिए
आपको बता दें कि मस्जिद निर्माण के लिए कुल 14 प्रकार की एनओसी के साथ सरकार का अनुमति पत्र भी देना होगा. प्राधिकरण की नियमावली के हिसाब से मस्जिद का प्लान या लेआउट नक्शा, पर्यावरण, फायर, एएसआई, वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी, राजस्व, जिला पंचायत जैसे 14 विभागों की एनओसी और विकास शुल्क जमा कराना होगा.