रिपोर्ट: अंजलि सिंह राजपूत
लखनऊ. प्रयागराज के मशहूर उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के बाद जो दूसरा नाम देशभर में चर्चित रहा वह था गुड्डू मुस्लिम का. दरअसल गुड्डू मुस्लिम बम को लड्डू की तरह फेंकता हुआ सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है. वहीं, गुड्डू मुस्लिम का लखनऊ से खास कनेक्शन रहा है. उसने न सिर्फ लखनऊ के लॉ मार्टिनियर स्कूल के खेल प्रशिक्षक फ्रेडरिक गोम्स की हत्या की थी बल्कि लखनऊ विश्वविद्यालय का ‘मोस्ट पॉपुलर’ लड़का भी था. अब आप सोच रहे होंगे क्या गुड्डू मुस्लिम ने लखनऊ विश्वविद्यालय से पढ़ाई की थी, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. उसने कक्षा दो के बाद स्कूल छोड़ दिया था. वह पढ़ा-लिखा बिल्कुल भी नहीं है. वहीं, गुड्डू मुस्लिम को लेकर एसटीएफ के फाउंडर और पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश पांडेय ने पूरी कहानी न्यूज़ 18 लोकल के साथ साझा की है.
राजेश पांडेय ने बताया कि सन 1995 से लेकर 1997 के बीच लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेता बेहद सक्रिय हुआ करते थे. इस दौरान दो गुट बने हुए थे. पहला गुट था धनंजय सिंह और अभय सिंह, तो दूसरा गुट अनिल सिंह बीरू का था. लखनऊ विश्वविद्यालय में उस वक्त गुड्डू मुस्लिम धनंजय सिंह और अभय सिंह की टीम में था. छात्र नेताओं के लिए गुड्डू मुस्लिम प्रचार करता था. उस वक्त भी लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता गुड्डू मुस्लिम को प्रयागराज (इलाहाबाद) से खासतौर पर लखनऊ विश्वविद्यालय अपने प्रचार प्रसार के लिए बुलाते थे.
गुड्डू मुस्लिम बमबाज के नाम से मशहूर था
एसटीएफ के फाउंडर और पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश पांडेय के मुताबिक, गुड्डू मुस्लिम का काम था कि वह सामने वाली पार्टी और उसके छात्र नेताओं पर बम से हमला करे और उनको डराने के साथ धमकी दे. उस वक्त लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों में गुड्डू मुस्लिम बमबाज के नाम से मशहूर था. उन्होंने बताया कि बम बनाना इसका पेशा है. यह पेशेवर अपराधी है. इसकी जेब में हर वक्त बम बनाने का मसाला रहता है. इस वजह से चलते फिरते हुए गुड्डू मुस्लिम लोगों पर बम बनाकर हमला कर देता है.
गुड्डू मुस्लिम और श्री प्रकाश शुक्ला की थी दुश्मनी
राजेश पांडेय ने बताया कि सन 1998 में कल्याण सिंह की सरकार थी. एसटीएफ का गठन हुआ था. उत्तर प्रदेश के डॉन श्री प्रकाश शुक्ला ने पीडब्ल्यूडी के एक बड़े ठेकेदार सत्येंद्र सिंह की हत्या एके-47 से की थी. उन्होंने बताया कि पुलिस जांच में पता चला था कि उस वक्त राजनीति में सक्रिय पवन पांडेय के कहने पर श्री प्रकाश शुक्ला ने सत्येंद्र सिंह की हत्या की थी. हत्या कुछ यूं हुई थी कि मारुति 800 से श्री प्रकाश शुक्ला, आनंद पांडेय और दिल्ली का एक और बदमाश सत्येंद्र सिंह की गाड़ी का पीछा कर रहे थे. जब सत्येंद्र सिंह ने गाड़ी से सिर बाहर निकाल कर देखा, तो एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां चला दी गई थीं. उस वक्त गुड्डू मुस्लिम भी संतोष सिंह के साथ सत्येंद्र सिंह की गाड़ी के पीछे चल रहा था. सत्येंद्र सिंह और गुड्डू मुस्लिम की अच्छी दोस्ती थी. उस वक्त एसटीएफ ने गुड्डू मुस्लिम को उठाया था तब गुड्डू मुस्लिम ने एसटीएफ को बताया था कि सत्येंद्र सिंह की लोकेशन संतोष सिंह ने ही श्री प्रकाश शुक्ला को दी थी. इसके साथ उसने श्री प्रकाश शुक्ला से जुड़े कई तथ्य भी एसटीएफ को बताए थे.
.
Tags: Atiq Ahmed, Lucknow news, Mafia Atiq Ahmed, UP news, UP STF
न शाहरुख-सलमान और न ही आमिर, ये थी भारत की पहली 100 करोड़ कमाने वाली फिल्म, होश उड़ा देगा एक्टर का नाम
'The Kerala Story' के प्रोड्यूसर हुए परेशान, सुप्रीम कोर्ट से लगाई गुहार, बोले- 'अब उनसे और नहीं लड़ सकता'
ICC ने वर्ल्ड कप से पहले लिया फैसला, पाकिस्तान की टीम को भारत में आकर खेलना ही होगा, नहीं बचा कोई रास्ता!