लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Vdhansabha Chunav) को लेकर इन दिनों कांग्रेस (Congress) अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश में जुटी हुई है. सूबे के सियासी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए पिछड़ों और दलितों के साथ कांग्रेस अब अल्पसंख्यको को साधने के लिये भी हरसंभव प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में सोमवार को इत्तेहाद-उल-मिल्लत काउंसिल (IMC)के मुखिया मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqeer Raza) ने कांग्रेस को खुला समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. साथ ही उन्होंने सूबे की सत्ताधारी बीजेपी सरकार के साथ सपा और सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मौलाना तौकीर रजा का कहना था कि भाजपा मुस्लमानों के लिए कभी सही नहीं रही, लेकिन अखिलेश यादव तो बीजेपी से ज्यादा मुस्लमानों के लिए खराब हैं. अखिलेश गैर जिम्मेदार हैं और मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि प्रदेश की सत्ता उनके हाथ में न जा पाए. रजा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि 2022 में अगर अखिलेश यादव को मौका दिया गया तो प्रदेश में दंगों को दावत देने जैसा होगा. साथ ही रजा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को सच्चा सेक्युलरिस्ट कहा.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा
आपको बता दें कि रजा बरेली से ताल्लुक रखते हैं. कुछ समय पहले गलतफहमी के कारण वे कांग्रेस से दूर हो गए थे, लेकिन अब वे पार्टी के साथ हैं. उनका कहना है कि अब मेरा मकसद कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करना है. मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा. कांग्रेस में शामिल होते हुए रजा के तेवर हमलावर हो गए. उन्होंने सपा और भाजपा को लेकर जमकर बयानबाजी की. उनका कहना था कि यदि भाजपा की मनहूसियत से अब प्रदेश को बचाना है.
बरेलवी मुसलमानों पर उनका खास प्रभाव
गौरतलब है कि पहले रजा की समाजवादी पार्टी से बात चल रही थी. खबरे यह भी आ रही थीं कि वे सपा में जल्द शामिल हो सकते हैं. लेकिन प्रियंका से बातचीत के बाद रजा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया. रजा आला हजरत खानदान से हैं, इस कारण बरेलवी मुसलमानों पर उनका खास प्रभाव है.
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