लखनऊ. वैसे तो चुनाव (UP Assembly Elections) से पहले दल बदलने का पुराना खेल नेता खेलते रहे हैं लेकिन इस बार के चुनाव में तो बड़े-बड़े विकेट गिर रहे हैं. यूपी की कोई ऐसी बड़ी पार्टी नहीं रही जिसके बड़े नेताओं ने चुनाव से पहले पाला नहीं बदला है. भाजपा (BJP) के तो तीन मंत्रियों ने ही पाला बदलकर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. इसके अलावा पार्टी के कई विधायकों ने भी समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली.
इसकी शुरुआत पिछले साल ही हो गई थी जब बहुजन समाज पार्टी के कई विधायकों ने सपा के साथ नजदीकी दिखाई थी. कांग्रेस के विधायक भी दल बदलने में पीछे नहीं रहे हैं. खास बात यह है कि दल बदलने के बाद इन्हें दूसरी पार्टी से झट से टिकट भी मिल जाता है. हालांकि जिस पार्टी को यह छोड़कर जाते हैं उस दल के नेता यह साबित करने में जुट जाते हैं कि टिकट कटने के डर से इन्होंने पार्टी छोड़ी है. बड़ा ही रहस्यमई गणित होता है ये. अभी तो पूरा चुनाव बाकी है लेकिन दल बदलने वाले नेतायों की लिस्ट बहुत बड़ी अभी ही हो गयी है. आइये जानते हैं कि कौन कहां से कहां गया. इसमें कुछ ऐसे भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं जिनका कोई राजनीतिक इतिहास नहीं रहा है. इन्हें तत्कालीन राजनीतिक परिस्थितियों के कारण इस चुनाव में उतारा गया है.
इन्होंने बदला पाला
1. रुपाली दीक्षित – फतेहाबाद, आगरा से भाजपा से लड़ रही हैं. इन्हें विदेश से लौटते ही भाजपा ने टिकट थमा दिया.
2. इक़रा चौधरी – कैराना से सपा प्रत्याशी नाहिद हसन की बहन है. जब नाहिद हसन को जेल हो गई और ऐसा लगा कि उनका पर्चा खारिज हो जाएगा तो इकरा को लंदन से बुलाया गया और समाजवादी पार्टी के टिकट पर पर्चा भरवाया गया. फिलहाल ये चुनाव से बाहर हैं और नाहिद मैदान में.
3. रिया शाक्य, इनके विधायक पिता विनय शाक्य ने भाजपा छोड़ा तो पार्टी ने रिया को बिधूना से उतार दिया. विनय शाक्य सपा में चले गए हैं
4. नरेश सैनी – बेहट, 2017 में कांग्रेस से विधायक थे, अब भाजपा से लड़ रहे हैं.5. हैदर अली – रामपुर की स्वार सीट से मैदान में हैं. इन्हें कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था लेकिन रातों-रात ये अपना दल से उम्मीदवार बन बैठे
6. अदिति सिंह – रायबरेली से कांग्रेस विधायक थी अब भाजपा से लड़ रही हैं
7. राकेश सिंह, रायबरेली की हरचंदपुर से कांग्रेस के विधायक थे अब भाजपा का टिकट मिला है
8. अवतार सिंह भड़ाना, जेवर, पहले भाजपा से विधायक थे लेकिन अब आरएलडी से लड़ रहे
9. हरिओम यादव, सिरसागंज, से समाजवादी पार्टी के विधायक थे साल भर पहले पार्टी ने निकाल दिया था अब भाजपा ने टिकट दिया है
10. रामवीर उपाध्याय, सादाबाद, से बसपा के विधायक थे पार्टी से खटपट हुई तो अब भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं
11. असीम अरुण, कन्नौज, कानपुर के पुलिस कमिश्नर थे लेकिन रातों-रात नौकरी से इस्तीफा देकर भाजपा से चुनाव मैदान में उतरे हैं
12. धर्म सिंह सैनी, नकुड़, से भाजपा के विधायक थे योगी सरकार में मंत्री भी थे अब सपा के टिकट पर लड़ रहे है
13. पंकज मालिक, पश्चिमी यूपी में कांग्रेस के बड़े चेहरे पंकज मलिक चरथावल से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं
14. असलम अली, धौलाना, से बसपा के विधायक थे पार्टी छोड़ी और सपा के टिकट पर लड़ रहे हैं
15. सुप्रिया एरण, बरेली कैंट, से सपा की कैंडिडेट हैं कांग्रेस के साथ पुराना जुड़ाव रहा है बरेली के मेयर भी रह चुकी हैं
16. रुचिवीरा, बिजनौर, से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं 2012 से 2017 तक सपा के टिकट पर विधाय विधायक थी
17. करतार सिंह भड़ाना, खतौली, से बसपा के टिकट पर मैदान में हैं इससे पहले भाजपाई थे
18. आरएस कुशवाहा, निघासन, पहले बसपा मैं थे अब सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं
19. दद्दू प्रसाद, पुराने और दिग्गज बसपाई नेताओं में दद्दू प्रसाद का नाम रहा है और सपा के टिकट पर नरैनी से चुनाव लड़ रहे हैं
20. नोमान मसूद, लंबे समय से सहारनपुर के इस नेता ने राष्ट्रीय लोक दल का झंडा उठा रखा था लेकिन इस चुनाव में बसपा के टिकट पर गंगोह से लड़ रहे हैं. इनके भाई इमरान मसूद है जो हाल में ही कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए हैं.
यह लिस्ट अभी और लंबी होगी और होती ही जाएगी. अभी तो ज्यादातर पार्टियों ने पहले दो चरणों के तहत होने वाले चुनाव के लिए टिकट की घोषणा की है. बाकी पांच चरणों के चुनाव के लिए प्रत्याशियों का ऐलान बाकी है। तब तक बहुत नेताओं का ईमान और पार्टी दोनों बदल चुकी होगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: UP Assembly Elections, Uttar Pradesh Assembly Elections