यूपी (UP) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खुलासे पर कोहराम मचा हुआ है. ईडी सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा के पीछे पीएफआई (PFI) का हाथ है. इतना ही नहीं पीएफआई के अलग-अलग खतों से 120 करोड़ से ज्यादा की रकम ट्रान्सफर किया गया है. जिसके बाद यूपी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा (Mohsin Raza) ने कहा कि पीएफआई में 120 करोड़ रुपए किसने दिए और कहां से आए इन सब की जांच होगी.
ने कहा कि ईडी के खुलासे में कांग्रेस के कई नेताओं का नाम सामने आए हैं, जिनके खाते में पैसा आया है. कांग्रेस को सामने आकर सफाई देना चाहिए. प्रदेश और देश में सिमी के आतंकियों ने पीएफआई संगठन के माध्यम से हिंसा फैलाई. मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले कई चेहरे सामने आएंगे. कांग्रेस और सपा जो सीना पीट रही थी, अब उसे जवाब देना होगा.
मोहसिन रजा ने कहा कि यूपी सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी. हमारी एजेंसियों ने पहले से ही जांच की है. अब उन लोगों के चेहरे भी बेनकाब होंगे, जो हिंसा कराने में शामिल थे. ऐसे लोगों की तस्वीरें भी हम अखबारों में छपवायेंगे और पोस्टर भी लगवाएंगे. देश के लोग देखें कि इन लोगों ने हिंसा फैलाई. मोहसिन रजा ने कहा मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के कुछ सदस्य भी इसमें शामिल हैं. उनकी भी सरकार जांच कराएगी. किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. योगी आदित्यनाथ की सरकार में इन सभी को जेल में ठूंसा जाएगा.
जल्दी ही पीएफआई पर भी बैन लग जाएगा. मोहसिन रजा ने कहा कपिल सिब्बल जैसे लोग जो कहते थे कि हम पैसा नहीं लेते, अब पीएफआई के लोगों से उनको फंडिंग की जा रही है. अब कांग्रेस को देश के सामने जवाब देना चाहिए. मोहसिन रजा ने कहा सरकार किसी को भी छोड़ेगी नहीं. सब के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उनकी संपत्तियां भी जब्त की जाएगी.
ईडी के सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में सीएए को लेकर हुए विरोध-हिंसा और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बीच सीधा संबंध है. गृह मंत्रालय को भेजे नोट में ईडी ने बताया है कि पीएफआई से जुड़े 73 बैंक खातों से 120 करोड़ से ज्यादा की राशि कई लोगों, संस्थाओं के खाते में ट्रांसफर की गई. ईडी की जांच में पता चला है कि दिग्गज वकील कपिल सिब्बल, दुष्यंत दवे और इंदिरा जयसिंह के खातों में भी लाखों रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. इन खातों से राशियां तुरंत निकाल ली गईं.
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FIRST PUBLISHED : January 27, 2020, 16:16 IST