यूपी में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) पर नियंत्रण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने अब कमर कस ली है. संक्रमण का पता लगाने और उसे नियंत्रित करने के लिए यूपी का स्वास्थ्य विभाग अब जुलाई से प्रदेश में डोर-टू-डोर मेडिकल स्क्रीनिंग (Medical Screening) शुरू करने जा रहा है. इसके तहत सभी लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग होगी और लक्षण मिलने पर तुरंत इलाज के लिए एडमिट कराया जाएगा. इस मेगा मेडिकल स्क्रीनिंग की शुरुआत जुलाई के पहले हफ्ते में मेरठ मंडल से होगी. इसके बाद सभी 17 मंडलों में भी इस अभियान को चलाया जाएगा.
यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने रविवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के शत-प्रतिशत घरों की
की व्यवस्था के लिए रणनीति तैयार की जाये. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर मेडिकल स्क्रीनिंग के समय घरों की मार्किंग भी की जाए. मेडिकल स्क्रीनिंग के दौरान किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उसका पल्स औक्सिमीटर और रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाए जाएं. संक्रमित होने की दशा में उन्हें तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया जाए.
उत्तर प्रदेश में अब तक 1.10 करोड़ परिवारों के 5.60 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इसके लिए 150 लाख सर्विलांस की टीम लगाई गई है. इतना ही नहीं प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट भी बढ़कर 66.86 फीसदी हो गया है. मुख्य सचिव ने आम लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील की. साथी ही कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जरूर पहनें.
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FIRST PUBLISHED : June 29, 2020, 08:10 IST