उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव (Jila Panchayat Adhyaksh Chunav) से बड़ी खबर है. 4 और सीटों पर भाजपा (BJP) को खुली जीत मिल गयी है. यानी इन चार जिलों में भाजपा के प्रतिद्वन्द्वी प्रत्याशियों ने नाम ही वापस ले लिया है. इस वजह से भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिये गये हैं. ये जिले हैं बहराइच (Behraich), पीलीभीत (Pilibhit), शाहजहांपुर (Shahjahanpur) और सहारनपुर (Saharanpur).
बड़ी खबर बहराइच, शाहजहांपुर और पीलीभीत से आयी है. इन जिलों में
के प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया है. वहीं सहारनपुर में बसपा प्रत्याशी ने पर्चा वापस ले लिया है. बहराइच में सपा प्रत्याशी नेहा अजीज ने नामांकन के आखिरी दिन अपना पर्चा वापस ले लिया. अपना नाम वापस लेने के बाद भाजपा की कैण्डिडेट मंजू सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है. जिला प्रशासन की ओर से उन्हें सर्टीफिकेट भी दे दिया गया है.
ऐसा ही हाल पीलीभीत में भी हुआ है. यहां से सपा समर्थित प्रत्याशी स्वामी प्रवक्तानन्द ने अपना नाम वापस ले लिया है. इन के नाम वापस ले लेना के बाद भाजपा प्रत्याशी डॉ. दलजीत कौर को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है.
वहीं शाम होते-होते शाहजहांपुर से भी खबर आ गई कि सपा प्रत्याशी ने पर्चा वापस ले लिया है. यहां बीजेपी जिला पंचायत प्रत्याशी ममता यादव जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित कर दी गई हैं. डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने सर्टिफिकेट देकर यह घोषणा की. दरअसल सपा प्रत्याशी बीनू सिंह न पर्चा वापस ले लिया है.
वहीं चौथा जिला सहारनपुर रहा, जहां नाम वापस लेने के बाद भाजपा प्रत्याशी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है. सहारनपुर से बसपा के प्रत्याशी जयवीर उर्फ धोनी ने अपना पर्चा वापस ले लिया है. इसके बाद भाजपा के कैण्डिडेट चौधरी मांगेराम को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है. सपा और रालोद ने अपना कैण्डिडेट सहारनपुर से नहीं उतारा था.
वैसे आजमगढ़ में भी निर्दलीय प्रत्याशी जय प्रकाश यादव ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है. हालांकि मैदान में दो कैण्डिडेट के बचे रहने से चुनाव होगा. अब लड़ाई सपा के विजय यादव और भाजपा के संजय निषाद के बीच होगी.
इस तरह अब भाजपा के 21 कैंडीडेट निर्विरोध निर्वाचित हो गये हैं. जिस दिन पर्चा दाखिल किया जा रहा था, उस दिन 17 जिलों में सिर्फ भाजपा के ही प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. उन 17 सीटों पर भाजपा को विजयी बढ़त तो मिल ही गयी थी लेकिन, अब चार जिलों से नाम वापस ले लेने के कारण भाजपा की जीत का ग्राफ 21 हो गया है जो निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. कुल 18 सीटों पर सिर्फ 1 पर्चा दाखिल किया गया था. इटावा में भी सपा के अलावा किसी ने नामांकन नहीं किया था. इस तरह 22 सीटों पर चुनाव नहीं होंगे. अब सिर्फ 53 सीटों पर 3 जुलाई को चुनाव होगा.
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FIRST PUBLISHED : June 29, 2021, 17:15 IST