रिपोर्ट: अंजलि सिंह राजपूत
लखनऊ. आज हम आपको लखनऊ के एक ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने ‘नर सेवा नारायण सेवा’ कहावत को सही साबित किया है. यही नहीं, विशाल सिंह को लखनऊ में लोग फूडमैन के नाम से जानते हैं. दरअसल वह सरकारी अस्पतालों में तीमारदारों को रोजाना निःशुल्क भोजन खिलाते हैं. इसके पीछे की कहानी जानकर आप भी भावुक हो जाएंगे. विशाल सिंह के पिता गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती थे, तो उनका इलाज में सारा पैसा खर्च हो गया था. उनके पास खाने के भी पैसे नहीं थे. वह खुद कई रात भूखे सोए थे. उनके पिता की तो मृत्यु हो गई थी, लेकिन भूख की तड़प ने उन्हें लोगों के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी. इसके बाद उन्होंने संकल्प लिया कि अगर वह भविष्य में कभी सक्षम हुए तो अस्पतालों में मरीजों के परिजनों को भूखा नहीं सोने देंगे.
किस्मत ने साथ दिया और वर्ष 2005 में किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज से विशाल सिंह को बुलावा आया कि आप यहां पर नि:शुल्क भोजन मरीजों के तीमारदारों को बांट सकते हैं. केजीएमयू की ओर से उन्हें की स्थाई जगह भी दी गई क्योंकि विशाल सिंह पहले बाहर खाना बांटते थे. बस यहीं से ‘प्रसादम सेवा’ का सफर शुरू हो गया. इसके बाद वर्ष 2007 में उन्होंने अपने पिता विजय बहादुर सिंह के नाम से विजय श्री फाउंडेशन की शुरुआत कर डाली और लगभग पिछले 14 सालों से 42 वर्षीय विशाल सिंह लखनऊ के गोमती नगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल और किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में दोपहर 1:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक मरीजों के तीमारदारों को भोजन नि:शुल्क उपलब्ध कराते हैं. जबकि हर रोज करीब 800 तीमारदार खाना खा जाते हैं.
प्रसादम सेवा की ये है खासियत
खास बात यह है कि इस भोजन को बेहद साफ तरीके से बनाया जाता है. वहीं, प्रसादम सेवा में एक ही छत के नीचे सभी धर्म और मजहब के लोग बैठकर खाना खाते हैं. यही वजह है कि प्रसादम सेवा के कमरे में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी देवी देवताओं की फोटो लगी हुई हैं. साथ ही इस नेक कार्य के लिए विशाल सिंह को शासन प्रशासन की ओर से कई अवार्ड भी मिल चुके हैं.
देशभर के अस्पतालों में चलाएंगे मुहिम
विशाल सिंह ने न्यूज़18 लोकल बताया कि भूख मुक्त भारत सेना का निर्माण कर रहे हैं. इसके तहत देश के सभी अस्पतालों में जाएंगे और यह सेवा शुरू करने पर वह विचार कर रहे हैं. इसके साथ एक सॉफ्टवेयर भी बनाया जा रहा है जिसके तहत अगर कोई भी कहीं भूखा होगा तो इनके टीम के साथी उसे जाकर वहां भोजन उपलब्ध करा देंगे. गूगल के जरिए ऐसे लोगों को ढूंढा जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि अगर कोई उनकी सेवा में भोजन उपलब्ध कराना चाहता है या अपने परिवार के किसी सदस्य के नाम से भोजन कराना चाहता है, तो उनसे इस मोबाइल 9935888887 पर संपर्क कर सकता है.
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