महोबा. जिले में ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. इस कड़ी में महोबा में ओले गिरने से फसल को हुई क्षति से एक किसान इतना आहत हुआ कि उसने मौत को गले लगा लिया. बताय जा रहा है कि जिले के कबरई क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई थी इससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था. अपनी मेहनत पर यूं पानी फिरता देख किसान को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का मन बना लिया. किसान ने बुधवार को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली, जिससे परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
खेत की मेड़ पर लगे पेड़ पर लगाया फंदा
महोबा अपर पुलिस अधीक्षक आर. के. गौतम ने बताया कि बरबई गांव के निवासी 43 वर्षीय किसान लाखन विश्वकर्मा का शव उसी के खेत की मेड़ पर स्थित पेड़ पर लटका मिला. इसकी सूचना पुलिस को ग्रामीणों से मिली है. मृतक के परिजनों के मुताबिक लाखन सुबह खेत पर जाने की बात कह कर घर से निकला था. दोपहर तक उसके वापस न लौटने पर परिवार वालों ने खोजबीन शुरू की तो पता चला कि लाखन ने आत्महत्या कर ली है.
किसान के आत्महत्या कर लेने की खबर से उसके घर में कोहराम मचा हुआ है. सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच मृतक किसान के शव को अपने कब्जे में लिया. लाखन की मौत का कारण जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि किसान लाखन के खुदकुशी कर लेने की वजह अभी स्पष्ट नही है. परिजनों के मुताबिक वह पिछले चार दिनों तक लगातार हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसल खराब हो जाने को लेकर बेहद चिंतित था. यही कारण था कि आज मौसम खुलते ही वह खेत की ओर चला गया.
आशंका जताई जा रही है कि फसलों को चौपट देखने के बाद लाखन इतना नुकसान सहन नहीं कर पाया. शायद इसी कारण उसने अपने ही गमछे से मौके पर ही फंदा लगा लिया. मृतक किसान के पास करीब 4 बीघा कृषि भूमि थी, जिस पर होने वाली फसल पर पूरा परिवार निर्भर था. इसके अलावा लाखन मजदूरी करके अपना गुजारा करता था.
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