मथुरा के वृन्दावन की धरती पर राधाकृष्ण की लीला के अनन्य गायक और 6 साल की आयु से ठाकुर जी के स्वरूप बने आचार्य रामस्वरूप शर्मा का शनिवार देर रात निधन हो गया. वे 92 वर्ष के थे. इनके निधन से रासाचार्य, धर्माचार्य, समाजसेवी और राजनेताओं में शोक छा गया. पद्मश्री से सम्मानित स्वामी रामस्वरूप शर्मा पिछले 15 दिनों से बीमार थे. उनका उपचार आगरा के निजी अस्पताल में चल रहा था. उनकी लीला के प्रशंसक देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी हैं. विदेशी उनके जीवंत लीला मंचन से भाव विभोर हो जाते थे.
बता दें कि बीजेपी के पूर्व विधायक, रास पंचाध्यायी के अनन्य गायक, नेता और रास अभिनेता राम स्वरूप शर्मा ने ब्रज की रासलीला का सौंदर्य दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था. भारत सरकार के आमंत्रण पर पहली बार उन्होंने पूरे रास मण्डल के साथ दुनिया भर का दौरा किया. ब्रज में आचार्य घमंडदेव की रास परम्परा की 15वीं पीढ़ी में रासाचार्य बने पंडित रामस्वरूप शर्मा को पद्मश्री और मध्यप्रदेश सरकार के तुलसी सम्मान सहित अनेक पुरस्कार और सम्मानों से विभूषित किया गया था. वर्तमान में आचार्य रामस्वरूप शर्मा की रास परम्परा का निर्वाह उनके छोटे पुत्र आचार्य हरिवल्लभ शर्मा छोटे ठाकुर कर रहे हैं.
वह अपने पीछे दो पुत्र डॉ. कृष्ण बल्लभ शर्मा बड़े ठाकुर एवं छोटे पुत्र हरिबल्लभ शर्मा छोटे ठाकुर और दो पुत्री सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. वह न सिर्फ ब्रज के रससिद्ध कवि थे, बल्कि प्रभु राधाकृष्ण लीला के मर्मज्ञ थे. उन्होंने देश-विदेश में दो हजार से ज्यादा लीलाओं का प्रदर्शन कर करोड़ों लोगों को भक्ति रस का दर्शन कराया. प्रदेश की राजनीति में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाते हुए वह दो बार मथुरा-वृंदावन विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे.
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FIRST PUBLISHED : February 18, 2018, 13:13 IST