जब एक क्रांतिकारी को जिताने के लिए अटल ने खुद की जमानत जब्त करा ली
बलरामपुर से चुनाव जीतने वाले अटलजी की मथुरा में जमानत जब्त हो गई थी. लेकिन कहते हैं कि इस हार में भी उनकी जीत हुई थी.
नासिर हुसैन
Updated: August 17, 2018, 9:25 AM IST
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना पहला लोकसभा चुनाव 1957 में लड़ा था. भारतीय जनसंघ पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था. अटल ने पहला चुनाव यूपी के बलरामपुर और मथुरा लोकसभा सीट से लड़ा, लेकिन हैरत की बात यह है कि बलरामपुर से चुनाव जीतने वाले अटल की मथुरा में ज़मानत जब्त हो गई थी. हालांकि कहते हैं कि इस हार में भी उनकी जीत हुई थी.
मथुरा में चल रही अपनी ही जनसभा में अटल ने अपने विरोधी उम्मीदवार राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के लिए वोट मांगे थे. मथुरा में भाजपा के वरिष्ठ नेता और संघ से जुड़े पुराने सदस्य एडवोकेट वीरेन्द्र अग्रवाल बताते हैं कि मुरसान रियासत के राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने पहली लोकसभा 1952 का चुनाव मथुरा से लड़ा था. उनके विरोधी उम्मीदवार कांग्रेस के प्रोफेसर किशन चंद थे. इस चुनाव में राजा महेन्द्र प्रताप की हार हुई थी. राजा एक क्रांतिकारी भी थे. आजादी की कई लड़ाई में उन्होंने हिस्सा लिया था.
तब अटल ने कहा था, 'आज एक क्रांतिकारी हार गया. मैं इस क्रांतिकारी को लोकसभा में देखना चाहता था. और इत्तेफाक से 1957 के लोकसभा चुनाव में अटल के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राजा महेन्द्र प्रताप थे.' एडवोकेट निरंजन प्रसाद अग्रवाल अटल के चुनावी एजेंट थे. तब मथुरा के गांधी पार्क में चल रही अपनी एक जनसभा में अटल ने कहा था, 'मथुरा वालों जैसा प्यार आप मुझे दे रहे हो, ठीक वैसा ही प्यार मुझे बलरामपुर में भी मिल रहा है. इसलिए मैं चाहता हूं कि मथुरा से आप राजा महेन्द्र प्रताप को जिताओ और मेरी चिंता मत करो. ऊपर वाले ने चाहा तो मैं बलरामपुर से जीत जाऊंगा.'
हुआ भी ऐसा ही. अटलजी बलरामपुर से चुनाव जीत गए, लेकिन मथुरा में उनकी जमानत जब्त हो गई. एक क्रांतिकारी को जिताने के लिए अटल ने खुद ही हार को गले लगा लिया था.1957 के चुनाव नतीजे
1- राजा महेंद्र प्रताप सिंह 95202 वोट अनुपात 40 फीसदी निर्दलीय
2- दिगंबर सिंह 69209 वोट अनुपात 29.6 फीसदी इंडियन नेशनल कांग्रेस3- पूरन सिंह 29,177 वोट अनुपात 12.5 फीसदी निर्दलीय
4- अटल बिहारी बाजपेयी 23620 वोट अनुपात 10.1 फीसदी भारतीय जनसंघ
5- सुग्रीव सिंह 8993 वोट अनुपात 3.8 फीसदी निर्दलीय
6- शंकर राव 7818 वोट 3.3 फीसदी निर्दलीय
मथुरा में चल रही अपनी ही जनसभा में अटल ने अपने विरोधी उम्मीदवार राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के लिए वोट मांगे थे. मथुरा में भाजपा के वरिष्ठ नेता और संघ से जुड़े पुराने सदस्य एडवोकेट वीरेन्द्र अग्रवाल बताते हैं कि मुरसान रियासत के राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने पहली लोकसभा 1952 का चुनाव मथुरा से लड़ा था. उनके विरोधी उम्मीदवार कांग्रेस के प्रोफेसर किशन चंद थे. इस चुनाव में राजा महेन्द्र प्रताप की हार हुई थी. राजा एक क्रांतिकारी भी थे. आजादी की कई लड़ाई में उन्होंने हिस्सा लिया था.
तब अटल ने कहा था, 'आज एक क्रांतिकारी हार गया. मैं इस क्रांतिकारी को लोकसभा में देखना चाहता था. और इत्तेफाक से 1957 के लोकसभा चुनाव में अटल के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राजा महेन्द्र प्रताप थे.' एडवोकेट निरंजन प्रसाद अग्रवाल अटल के चुनावी एजेंट थे. तब मथुरा के गांधी पार्क में चल रही अपनी एक जनसभा में अटल ने कहा था, 'मथुरा वालों जैसा प्यार आप मुझे दे रहे हो, ठीक वैसा ही प्यार मुझे बलरामपुर में भी मिल रहा है. इसलिए मैं चाहता हूं कि मथुरा से आप राजा महेन्द्र प्रताप को जिताओ और मेरी चिंता मत करो. ऊपर वाले ने चाहा तो मैं बलरामपुर से जीत जाऊंगा.'
हुआ भी ऐसा ही. अटलजी बलरामपुर से चुनाव जीत गए, लेकिन मथुरा में उनकी जमानत जब्त हो गई. एक क्रांतिकारी को जिताने के लिए अटल ने खुद ही हार को गले लगा लिया था.1957 के चुनाव नतीजे
1- राजा महेंद्र प्रताप सिंह 95202 वोट अनुपात 40 फीसदी निर्दलीय
2- दिगंबर सिंह 69209 वोट अनुपात 29.6 फीसदी इंडियन नेशनल कांग्रेस
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4- अटल बिहारी बाजपेयी 23620 वोट अनुपात 10.1 फीसदी भारतीय जनसंघ
5- सुग्रीव सिंह 8993 वोट अनुपात 3.8 फीसदी निर्दलीय
6- शंकर राव 7818 वोट 3.3 फीसदी निर्दलीय
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