रिपोर्ट: चंदन सैनी
मथुरा. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan Samman Nidhi) की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत किसानों के खाते में हर साल 6 हजार रुपये की राशि भेजी जाती है. ये राशि किसानों के खाते में हर 4 महीने के अंतराल पर 2000-2000 रुपये की किस्तों में भेजी जाती है. जबकि मथुरा में भी किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं. मथुरा जिले के तमाम किसानों को अब तक इस योजना का लाभ मिल चुका है. इसके साथ ही ऐसे भी किसान हैं जो किसान सम्मान निधि के लिए अपात्र थे, लेकिन उनके खातों में पैसे पहुंच गए. अब उनसे रिकवरी की प्रक्रिया भी जारी है.
मथुरा के उप कृषि निदेशक रामकुमार माथुर ने NEWS 18 LOCAL की टीम को जानकारी देते हुए बताया कि मथुरा जनपद में 3.34 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए पोर्टल पर आवेदन किया था. इनके खातों में किसान सम्मान निधि की रकम डाली जा रही है. इनमें से अधिकांश किसानों के खातों में 6000 रुपये की राशि पहुंच चुकी है. वहीं, शेष किसानों के खातों में सम्मान निधि की किस्त पहुंचने का क्रम जारी है.
किसानों के खाते में भेजे गए 5 अरब रुपए
उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि अब तक जनपद में 2.72 लाख किसानों के खाते में पांच अरब रुपए किसान सम्मान निधि के रूप में डाले जा चुके हैं, जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी राशि है. उन्होंने बताया कि शेष बचे हुए किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि की राशि किश्तों के रूप में डाली जा रही है. इस योजना का लाभ किसानों को सीधे देने के लिए पैसे उनके खातों में डाले जा रहे हैं.
किसानों खातों में पहुंचे 3 करोड़ रुपए
इसके साथ उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में अपात्र किसानों ने इस योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन किया था. करीब 4750 किसान ऐसे थे, जो आयकर दाता होने के बावजूद उनके खातों में किसान सम्मान निधि की रकम पहुंच गई थी. ऐसे किसानों को रिकवरी के लिए नोटिस जारी किए थे. इनसे करीब तीन करोड़ रुपए की राशि वसूली जानी थी.
वापस लिए गए 26.52 लाख रुपए
उप कृषि निदेशक माथुर ने बताया कि 4750 आयकर भरने वाले किसानों में से 282 किसानों से 26.52 लाख की रिकवरी की गई है. इन किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि की रकम भेज दी गई थी. जबकि आयकर दाता होने के चलते किसान सम्मान निधि पाने के हकदार नहीं थे.
50 फीसदी ने लोन की बात कही
उप कृषि निदेशक राम कुमार माथुर ने बताया कि जिन 4750 आयकर दाता किसानों को किसान सम्मान निधि रिकवरी करने के लिए नोटिस दिया गया था, उनमें से करीब 50 फीसदी किसानों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि वह आयकर दाता नहीं हैं बल्कि उन्होंने लोन आदि वित्तीय गतिविधियों के लिए आईटीआर जमा कराया था. वह वास्तविक रूप से आयकर दाता नहीं है. किसानों की आपत्तियां पोर्टल पर अग्रसारित कर दी गई हैं, जिनका जवाब आने का इंतजार किया जा रहा है.
इन्हें नहीं मिलेगा योजना का लाभ
उप कृषि निदेशक के मुताबिक, पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नौकरी करने वाले किसानों को नहीं मिलना है. इसके साथ-साथ इनकम टैक्स जमा करने वाले किसान भी इस योजना के अंतर्गत नहीं आते हैं. सरकारी नौकरी या अन्य किसी संवैधानिक पद का लाभ लेने वाले किसानों को भी किसान सम्मान निधि योजना से बाहर रखा गया है. उन्होंने बताया कि अगर पति और पत्नी दोनों के पास जमीन है तो उनमें से ही किसी एक को ही इस योजना का लाभ दिया जा सकेगा. बताते चलें कि केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत दिसंबर 2018 में गोरखपुर से हुई थी. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लागू की गई इस योजना से जनपद मथुरा में लाखों किसान लाभान्वित हो चुके हैं.
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Tags: Mathura news, PM Kisan Samman Nidhi Yojana
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