मथुरा. बलदेव विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. जाटों के दबदबे वाली यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर पहला चुनाव 2012 में हुआ. पूरन प्रकाश लगातार दो बार से विधायक हैं. पहला चुनाव उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर लड़ा था. 2017 में पाला बदलकर भाजपा में चले गए. कांटे की टक्कर में रालोद प्रत्याशी निरंजन सिंह धनगर को 13 हजार से अधिक वोटों से मात देने में कामयाब रहे थे. पूरन प्रकाश को 88 हजार वोट मिले थे, जबकि निरंजन सिंह धनगर को 75 हजार.
बलदेव विधानसभा सीट पहले गोकुल नाम से जानी जाती थी. 2008 में परिसीमन के बाद गोकुल को खत्म कर बलदेव नाम से नया विधानसभा क्षेत्र बना दिया गया. परिसीमन से पहले इस सीट पर बसपा का दबदबा था. अब यह सीट परंपरागत रूप से रालोद की गढ़ मानी जाती है. पिछले चुनाव में रालोद विधायक को पार्टी में शामिल कर भाजपा रालोद के किले में सेंध लगाने में कामयाब रही थी.
इस सीट पर 3.50 लाख के करीब मतदाता हैं. इसमें जाट करीब एक लाख हैं. ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या 50 हजार, अनुसूचित जाति 60 हजार, बघेल, यादव और सैनी वोटर 40-40 हजार हैं. किसान आंदोलन के चलते जाटों की नाराजगी को देखते हुए इस बार रालोद की स्थिति और मजबूत हो सकती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Mathura news, UP Election 2022, UP news