मऊ. मुहम्मदाबाद गोहना सुरक्षित विधानसभा सीट के मतदाता ने 80 के दशक से किसी भी नेता को लगातार दो बार जिताकर विधानसभा नहीं भेजा है. पिछले 30 साल से भाजपा, बसपा और सपा के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. 1991 से यह भी एक संयोग चला आ रह है कि उसी पार्टी का प्रत्याशी जीतता है जिसकी प्रदेश में सरकार बनती है. पिछले चुनाव में भाजपा के श्रीराम सोनकर ने मात्र 538 वोट से बसपा प्रत्याशी राजेंद्र कुमार को हराया था.
1991 में यहां श्रीराम सोनकर ने पहली बार ‘कमल‘ खिलाया था. उस समय भी प्रदेश में कल्याण सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी थी. इसके बाद वह 1996 में जीते थे. तब भी भाजपा की सरकार बनी थी. अब 2017 में सोनकर जीते तो योगी के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनाया. 1993 में इस सीट पर गठबंधन से बसपा प्रत्याशी फौजदार जीते थे. उस बार पहले मुलायम सिंह यादव, फिर मायावती ने सरकार बनाया था. 2002 में यहां से सपा के बैजनाथ ने जीत दर्ज की थी. इस बार भी आखिरकार मुलायम सिंह यादव की ताजपोशी हो ही गई थी. 2007 में बसपा के राजेंद्र कुमार जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस बार बसपा को पूर्ण बहुमत मिला था. 2012 में फिर बैजनाथ ने सपा परचम फहराया और अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा सरकार की ताजपोशी हुई थी. इस सीट पर अब तक कांग्रेस, सीपीआई, बसपा और भाजपा को तीन-तीन बार, सपा को दो बार, बीकेडी, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और जनता पार्टी को एक-एक बार जीत मिली है.
2017 का परिणाम
भाजपा के श्रीराम सोनकर को 73493, बसपा के राजेंद्र कुमार को 72955 और सपा के बैजनाथ को 59871 वोट मिले थे. 3.57 लाख मतदाताओं वाली मुहम्मदपुर गोहना सीट पर अनुसूचित जाति के करीब 80 हजार वोटर हैं. यादव 62 हजार, मुस्लिम 58 हजार और ब्राह्मण वोटर करीब छह हजार हैं.
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Tags: UP Election 2022, UP Vidhan sabha chunav, Uttar Pradesh Assembly Elections
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