रिपोर्ट: विशाल भटनागर
मेरठः चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में पुलिस की पाठशाला देखने को मिली, जहां पुलिस अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया. दरअसल, विश्वविद्यालय के बाहर गोली चलने के एक प्रकरण एवं परिसर में ही बाहरी स्टूडेंट के पास मिले तमंचे के बाद पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय की टीम द्वारा इस पाठशाला का आयोजन किया गया है.
पुलिस प्रशासन की इस पहल की छात्र-छात्राएं भी प्रशंसा करते हुए नजर आए. स्टूडेंट ने कहा कि जिस तरीके से पुलिस प्रशासन द्वारा आपसी संवाद के माध्यम से अनुशासन का पाठ पढ़ाया. वह बेहतर माध्यम है, क्योंकि जो बात संवाद के माध्यम से समझी और समझाई जा सकती है, वह कभी भी जोर जबरदस्ती या कार्यवाही से नहीं की जा सकती है.
इन बातों पर रहा विशेष को फोकस
सीओ अरविंद चौरसिया ने छात्रों से अपील कर कहा की वे विश्वविद्यालय में व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के साथ सहयोग करें. कहा की अपराधी चाहे जितना भी बड़ा हो पुलिस और कानून से बच नहीं सकता. साथ ही साथ छात्रों को ये भी समझाया कि पुलिस केवल अपराधियों को पकड़ने के लिए नहीं, बल्कि सभी नागरिकों की सेवा के लिए भी तत्पर है.
मुकदमा अच्छी चीज नहीं
छात्रों से बातचीत के दौरान सीओ ने कहा कि मुकदमा किसी के लिए अच्छा नहीं है, क्योंकि पुलिस का एक केस लगने से छात्र को अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस दौरान डॉक्टर दुष्यंत चौहान, डॉ प्रशांत कुमार, डा यश्वेंद्र वर्मा, डा योगेंद्र गौतम, मितेंद्र गुप्ता, मेडिकल थानाध्यक्ष सुरेंद्र सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे.
.
Tags: Meerut news, UP news