कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से निपटने के लिए पूरा विश्व दिन रात जुटा हुआ है. ऐसे कठिन दौर में मेरठ (Meerut) जिले में सेना से रिटायर्ड एक जूनियर कमीशन ऑफिसर (CGO) मोहिंदर सिंह ने ग्रेच्युटी, पेंशन और कमाई से जोड़ी गई 15.11 लाख रुपए की रकम प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी. उन्होंने कहा- मुझे जो भी मिला, इसी देश से मिला है. अब जरूरत है तो मैं देश का पैसा देश को लौटा रहा हूं. बता दें कि 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपनी एक आंख गंवा चुका यह जांबाज पत्नी सुमन चौधरी के साथ पंजाब और सिंध बैंक पहुंचे और मैनेजर को चेक सौंप दिया.
इस दौरान मोहिंदर सिंह ने कहा कि मेरी उम्र 85 साल हो चुकी है. मुझे पैसा कहां लेकर जाना है. लोगों की भलाई में जा रहा है मुझे इसकी खुशी है. वहीं दंपति ने बताया कि उनके दो बेटे और एक बेटी विदेश में नौकरी करते हैं जबकि एक बेटी दिल्ली में है. जबकि मेरठ जनपद में 11 इलाकों को हॉटस्पॉट (Hot Spot) घोषित कर वहां पूरी तरह से
में हॉटस्पॉट वाले जगहों की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जा रही है. अगर कोई भी व्यक्ति गलियों में घूमता हुआ नज़र आया तो वो कैमरे की ज़द में आ जाएगा और उसकी ख़ैर नहीं. मेरठ ज़ोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने आज शहर के विभिन्न हॉटस्पॉट वाले इलाकों में ड्रोन से निगरानी कर रहे हैं. पुलिस कंट्रोल रुम से ही ड्रोन कैमरे पर नज़र रखी जा रही है,
मेरठ के ज़िलाधिकारी अऩिल ढींगरा ने कहा कि जिन इलाकों में कोरोना पॉज़िटिव केस पाए गए हैं, वहां ड्रोन कैमरों की मदद से और सख्ती की जाएगी ताकि गलियो में या फिर घर की छतों पर लोग इकट्ठे न हो सकें. उन्होंने न्यूज़ 18 से ख़ास बातचीत में कहा कि हॉटस्पॉट वाले इलाकों की निगरानी ड्रोन से हो ही रही है और अगर लोग नहीं मानेंगे तो और सख्त एक्शन लिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : April 10, 2020, 09:25 IST