रिपोर्ट- मंगला तिवारी
मिर्जापुर. यूपी के मिर्जापुर जनपद के लहुरिया दह का जिक्र होते ही पथरीला इलाका, पानी की किल्लत और सिर पर मटकी लेकर पहाड़ी झरने से महिलाओं-बच्चों का पानी भरने का के दृश्य जेहन घूमने लगता था. यही नहीं, लालगंज तहसील के लहुरिया दह, भैसोड़ बलाय और कटरा गांव में पेयजल संकट की त्रासदी से युवाओं के सामने शादी करना एक बड़ी चुनौती थी.इन गांवों में लड़की वाले शादी करने से कतराते थे, लेकिन अब जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के प्रयासों से सकारात्मक बदलाव की बयार बहनी शुरू हो गई है.
मिर्जापुर जिला मुख्यालय से महज 62 किमी दूर लहूरिया दह गांव में आजादी के बाद पहली बार पानी पहुंचेगा. इन गांवों के घरों में नल के जरिये जल पहुंचाया जाएगा. बता दें कि लहुरिया दह की आबादी 3 हजार से ज्यादा है. मगर यहां पेयजल की कोई भी व्यवस्था नहीं है. लिहाजा ग्रामीणों को पानी के लिए लंबे समय से संकट का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अब यहां के लोगों को पानी के लिए नहीं भटकना पड़ेगा. शासन से मंजूरी मिलने के बाद पेयजल लाइन खींचकर गांव में पानी पहुंचाने का काम तीव्र गति से चल रहा है.
बता दें कि दिव्या मित्तल ने मिर्जापुर में बतौर जिलाधिकारी सितंबर 2022 में चार्ज ग्रहण किया है. जिसके दो महीने बाद नवंबर में जिलाधिकारी ने लहुरिया दह का विजिट किया और ग्रामीणों से वादा किया था कि अगले वर्ष गर्मी से पहले पेयजल के समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. इसके बाद ग्रामीणों के अंदर एक उम्मीद जगी थी, जो अब मूर्त रुप ले रही है. इससे ग्रामीणों के अंदर खुशी की लहर है.
जलजीवन मिशन सर्वे में भी छूट गया था गांव
मिर्जापुर जनपद में जलजीवन मिशन का सर्वे वर्ष 2019 में हुआ था, जिसमें लालगंज एरिया के 16 गांव/मजरा छूट गए थे. इसमें लहुरिया दह, भैसोड़ बलाय एवं कटरा गांव भी शामिल थे. हालांकि इसके बाद इन सभी 16 गांवों की सूची उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी गई थी, लेकिन जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने लहुरिया दह के ग्रामीणों की समस्याओं को देखने के बाद इसकी समीक्षा की और इन तीनों गांवों के लिए पेपर वर्क करवाकर अलग से प्रस्ताव तैयार कर राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन (SWSM) को भेजा था. अब इन तीनों गांवों के लिए शासन से मंजूरी मिल गई है.
ऐसे पहुंचेगा पहाड़ों के ऊपर पानी
लहुरिया दह, भैसोड़ बलाय एवं कटरा गांव तक पानी पहुंचाने के लिए लगभग 14 करोड़ के लागत से प्रोजेक्ट तैयार कराया जा रहा है. 200 फीट नीचे से पानी पंप कर स्वच्छ जल संग्रहण (CWR) तक पानी जाएगा, जिसके बाद वहां से इन तीनों गांवों तक घर-घर नल के जरिए पानी मिलेगा. गौरतलब हो कि इस वर्ष मई के महीने तक इन गांव के लोगों को पेयजल मिलने की संभावना है.
ग्रामीणों में खुशी की लहर
लहुरिया दह के रहने वाले लल्लन यादव ने कहा कि कई दशकों से हमारे यहां पानी की किल्लत थी. हम लोग कई किलोमीटर दूर पहाड़ों से पानी लाते थे. लेकिन हम जिलाधिकारी मैम को धन्यवाद देंगे, उन्होंने हमारी समस्या को प्रमुखता से ध्यान दिया और उन्होंने जो वादा किया था, उसको निभा रही हैं.
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कही बात
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि लहुरिया दह में पानी की बहुत समस्या थी. मैंने स्वयं वहां जाकर निरीक्षण किया था. इसकी वजह से हमने जलजीवन मिशन, जलनिगम, भूगर्भ जल और बीएचयू वैज्ञानिकों के साथ हमने तीन कार्य योजना बनाई थी, जिस पर कार्य चल रहा है. मेरे द्वारा पुनः वहां का निरीक्षण किया जाएगा. ग्रामीणों के मांग के अनुसार हम इस गर्मी तक वहां पानी पहुंचा देंगे, ताकि उन्हें अब समस्या न हो.
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