मिड डे मील में नमक-रोटी: नए मंत्री बोले- कठोर कार्रवाई से करेंगे अपने काम की शुरुआत

मिर्जापुर के इस प्राइमरी सरकारी स्कूल में मिडडे मील में परोसी जा रही नमक रोटी
मामले में मिर्जापुर (Mirzapur) के डीएम अनुराग पटेल (DM Anurag Patel) ने कहा कि मामले दो को निलंबित कर दिया गया है, वहीं बीएसए सहित दो लोगों को कारण बताओ नाेटिस जारी किया गया है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: August 23, 2019, 12:21 PM IST
मिर्जापुर (Mirzapur) के सरकारी प्राइमरी स्कूल में मिडडे मील (Mid-day Meal) के दौरान बच्चों को नमक-रोटी परोसे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मामले में नए बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सतीश द्विवेदी ने कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने घटना का संज्ञान ले लिया है. मिर्जापुर के इस मामले में कठोर कार्रवाई कर वे अपने काम की शुरुआत करेंगे. इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
मामले में मिर्जापुर के डीएम अनुराग पटेल (DM Anurag Patel) ने कहा कि स्कूल में मिड डे मील के दौरान बच्चों को रोटी नमक परोसे जाने के मामले में बीएसए के माध्यम से जांच कराई है. वहीं तहसील के माध्यम से जांच भी कराई है. दोनों ही जांचों में रोटी नमक परोसने की बात सच पाई गई है. पता चला है कि विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापिका का जुलाई से वेतन रोका गया है और स्कूल का प्रभार दूसरे प्रधानाध्यापक मुरारी को दिया गया है. मामले में प्रथम दृष्टया मुरारी की गलती पता चली है, उन्हें निलंबित कर दिया गया है.

डीएम अनुराग पटेल ने कहा कि साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर सुपरविजन करने वाले अरविंद त्रिपाठी को भी निलंबित किया गया है. इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी का भी दायित्व होता है कि वह अपने क्षेत्र के सभी स्कूलों का निरीक्षण करेगा, उन्हें भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है. डीएम ने कहा कि इसके अलावा बीएसए को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जवाब आने पर उचित कार्रवाई होगी.दरअसल अहरौरा स्थित ग्रामसभा हिनौता के सीयूर प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को मिडडे मील के लिए दोपहर लाइन से थाली लेकर बिठाया गया. इसके बाद स्कूल के कर्मचारियों ने बच्चों की थाली में नमक और सूखी रोटी परोसी.

बच्चो ने रोटी में नमक लगाकर खाया. बता दें इस स्कूल में लगभग 100 के करीब बच्चे हैं. स्कूल में पढ़ाने वाली महिला शिक्षा मित्र का कहना है की यह देखकर अच्छा नहीं लग रहा, पर मजबूरी है. टीचर भी स्वीकार कर रहे हैं कि लंबे समय से मिडडे मिल को लेकर दुर्व्यवस्था है. इसका स्थानीय लोग भी विरोध कर चुके हैं. मगर कोई नहीं सुनता है इसलिए व्यवस्था नहीं हो पाती है. मजबूरन बच्चों को यही खाना दिया जाता है. वहीं स्कूल के बच्चों का कहना है कि आज नमक रोटी खाने को मिला है, इससे पहले नमक भात (चावल) भी खाने को मिला था. उधर मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकरण संज्ञान में होने की बात कहते हुए जांच और कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
(इनपुट: प्रशांत पांडेय)
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मामले में मिर्जापुर के डीएम अनुराग पटेल (DM Anurag Patel) ने कहा कि स्कूल में मिड डे मील के दौरान बच्चों को रोटी नमक परोसे जाने के मामले में बीएसए के माध्यम से जांच कराई है. वहीं तहसील के माध्यम से जांच भी कराई है. दोनों ही जांचों में रोटी नमक परोसने की बात सच पाई गई है. पता चला है कि विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापिका का जुलाई से वेतन रोका गया है और स्कूल का प्रभार दूसरे प्रधानाध्यापक मुरारी को दिया गया है. मामले में प्रथम दृष्टया मुरारी की गलती पता चली है, उन्हें निलंबित कर दिया गया है.

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सतीश द्विवेदी
डीएम अनुराग पटेल ने कहा कि साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर सुपरविजन करने वाले अरविंद त्रिपाठी को भी निलंबित किया गया है. इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी का भी दायित्व होता है कि वह अपने क्षेत्र के सभी स्कूलों का निरीक्षण करेगा, उन्हें भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है. डीएम ने कहा कि इसके अलावा बीएसए को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जवाब आने पर उचित कार्रवाई होगी.दरअसल अहरौरा स्थित ग्रामसभा हिनौता के सीयूर प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को मिडडे मील के लिए दोपहर लाइन से थाली लेकर बिठाया गया. इसके बाद स्कूल के कर्मचारियों ने बच्चों की थाली में नमक और सूखी रोटी परोसी.

मिर्जापुर के डीएम अनुराग पटेल
बच्चो ने रोटी में नमक लगाकर खाया. बता दें इस स्कूल में लगभग 100 के करीब बच्चे हैं. स्कूल में पढ़ाने वाली महिला शिक्षा मित्र का कहना है की यह देखकर अच्छा नहीं लग रहा, पर मजबूरी है. टीचर भी स्वीकार कर रहे हैं कि लंबे समय से मिडडे मिल को लेकर दुर्व्यवस्था है. इसका स्थानीय लोग भी विरोध कर चुके हैं. मगर कोई नहीं सुनता है इसलिए व्यवस्था नहीं हो पाती है. मजबूरन बच्चों को यही खाना दिया जाता है. वहीं स्कूल के बच्चों का कहना है कि आज नमक रोटी खाने को मिला है, इससे पहले नमक भात (चावल) भी खाने को मिला था. उधर मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकरण संज्ञान में होने की बात कहते हुए जांच और कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
(इनपुट: प्रशांत पांडेय)
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