कहा जाता है किसी भी देश और समाज का भविष्य बच्चों की शिक्षा से ही संवारी जा सकती है. इसमें स्कूली शिक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है. लेकिन, जनसंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में स्थित एक स्कूल की बदहाली कहानी सरकारी दावों की पोल खोलने के लिए काफी है. हालात ये हैं कि बसंतपुर रामराय के एक जूनियर स्कूल में पंखे और बल्ब तो मई में ही लगा दिए गए थे, लेकिन बिजली के अभाव में ये महज शो-पीस बनकर रह गए हैं. नौनिहालों को भीषण गर्मी और उमस में पसीने में तर-बतर होकर पढ़ाई करनी पड़ रही है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस स्कूल में बेंच तक नहीं हैं, जिसके कारण छात्र फर्श पर चटाई बिछाकर पढ़ने को मजबूर हैं.
स्कूल में पढ़ने वाली वैष्णवी बताती हैं कि भीषण गर्मी की वजह से स्कूल में पढ़ाई करना बेहद मुश्किल हो जाता है. उन्होंने बताया कि जब गर्मी बर्दाश्त नहीं होती है तो छात्र किताब को ही पंख बनाकर राहत पाने की कोशिश करते हैं.
में पढ़ा रही हैं. उन्होंने कहा, 'इस साल मई में पंखे लगा दिए गए थे, लेकिन बिजली न होने के कारण इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है. बच्चों को जब ज्यादा गर्मी लगती है तो वे किताबों को ही पंखा बना लेते हैं. यहां तक की स्कूल में बेंच तक भी नहीं हैं.'
स्थानीय प्रशासन को जब इस बात की जानकारी दी गई तो स्कूल की समस्या को जल्द सुलझाने का दावा किया गया. मुरादाबाद (देहात) के ब्लॉक एजुकेशन अधिकारी (BEO) प्रेम गंगवार ने बताया कि स्कूल की समस्या उनके संज्ञान में आया है. उन्होंने इस बाबत SDO से एक बार फिर से बात करने की बात कही है. गंगवार ने भरोसा दिलाया कि इस समस्या को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : July 04, 2019, 08:16 IST