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Innovative News : मुरादाबाद की बेटी ने दृष्टिबाधितों के लिए बनाया डिटेक्टिव स्विच बोर्ड

संजना पाल ने बताया कि मैंने नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए एक विशेष प्रकार का स्विच बोर्ड बनाया है. इसमे मैंने सेंसर्स लगाए ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट – पीयूष शर्मा

मुरादाबाद : मुरादाबाद में एक छात्रा ने नेत्रहीन लोगों के लिए डिटेक्टिव स्विच बोर्ड बनाया है. जिसकी मदद से नेत्रहीन व्यक्ति आसानी से बाहर का सफर भी कर सकेंगे और उन्हें किसी चीज से टकराना या किसी तरह की समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ेगा. इसकी मदद से नेत्रहीन व्यक्ति कहीं भी घूम सकते हैं और कोई भी कार्य आसानी से कर सकते हैं।

कक्षा 10 की छात्रा ने बनाया डिटेक्टिव स्विच बोर्ड

कुंदरकी के गांव हुसैनपुर हमीर निवासी और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हुसैनपुर छिरावली की कक्षा 10 की छात्रा संजना पाल बचपन से ही पढ़ने लिखने में होशियार है. संजना की होशियारी में डिटेक्टिव स्विच बोर्ड बनाने से चार चांद और लग गए हैं. संजना की इस उपलब्धि से परिवार में खुशी है. संजना की टीचर बबिता मेहरोत्रा ने संजना के टैलेंट को देखते हुए उसे आगे बढ़ाया. जिसका नतीजा है कि आज संजना ने नेत्रहीन लोगों के लिए एक ऐसा स्विच बोर्ड बना दिया है जिसकी मदद से वह कहीं भी घूम सकते है।

स्विच बोर्ड की मदद से नेत्रहीन व्यक्ति कर सकते हैं आवाजाही

संजना पाल ने बताया कि मैंने नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए एक विशेष प्रकार का स्विच बोर्ड बनाया है. इसमे मैंने सेंसर्स लगाए है जिससे वह बाहर आसानी से घूम सकते है. नेत्रहीन लोग कहीं नई जगह जाते है. तो उन्हें बहुत परेशानी होती है. इसलिए मैंने इस स्विच बोर्ड को बनाने का फैसला किया था.

संजना ने बताया कि मैं एक बार सड़क पार कर रही थी. जहां मैंने एक नेत्रहीन व्यक्ति को देखा था. जिसमे मैने देखा कि वह बहुत ही लाचार महसूस कर रहा था. मुझसे उसकी लाचारी देखी नही गई. तो मैंने सोचा कि क्यों ना मैं भी इनकी मदद के लिए कुछ करु. इसलिए मैंने ये स्विच बोर्ड बनाया।

स्विच बोर्ड में लगाए गए हैं सेंसर

संजना ने बताया कि मैंने इसमे सेंसर लगाएं हैं. यह सेंसर नेत्रहीन व्यक्ति को उसकी मंजिल की दूरी किस दिशा में है और कितने कदम पर है उस बारे में बताता है. मैंने इनकी छड़ी में भी एक सेंसर लगाया है. जो इनकी मंजिल की रास्ते में आने वाली बाधाओं के बारे में इन्हें जानकारी देता है. और आने वाले समय मे मैं इसे पॉकिट डिवाइस में कन्वर्ट कर दूंगी.

जिसे नेत्रहीन व्यक्ति अपनी जेब मे रखकर कहीं भी ले जा सकता है. और दुर्घटना का शिकार होने से बच सकता है. ये सेंसर हम घर पर भी तार की मदद से बना सकते है. इसे हम सार्वजनिक जगह लगा सकते है. किसी नेत्रहीन व्यक्ति को कहीं जाना है. तो वो इसमे दिए गए स्विच को प्रेष करेगा. तो ये स्विच बोर्ड बोलकर बताएगा कि आपका रास्ता इतनी दूरी पर है।

टीचर की प्रेरणा से तैयार किया स्विच बोर्ड

संजना पाल की शिक्षिका बबीता मेहरोत्रा ने बताया कि हमारी स्टूडेंट ने नेत्रहीन व्यक्तियों को देखा जिसे देख कर उसे बहुत पीड़ा हुई थी. और उसने मुझसे आकर कहा कि मैम में नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए इस तरह से मदद कर सकती हूं. तो मैंने उसे समझाया और प्रेरणा दी इसके साथ ही उसके प्रोजेक्ट में भी उसकी काफी मदद की और संजना ने एक विशेष प्रकार का सेंसर युक्त स्विच बोर्ड बनाकर तैयार किया।

Tags: Moradabad News, Uttarpradesh news

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