कैराना में फर्जी मतदान को लेकर पथराव के बाद जमकर फायरिंग
News18 Uttar Pradesh Updated: April 11, 2019, 1:53 PM IST

फायरिंग करते सुरक्षाकर्मी
कांधला के रसूलपुर गुजरान पोलिंग बूथ पर आज सुबह से मतदान शांतिपूर्वक चल रहा था. इसी बीच फर्जी वोटिंग को लेकर ग्रामीणों और सुरक्षा कर्मियों के बीच फायरिंग और पथराव शुरू हो गया.
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- Last Updated: April 11, 2019, 1:53 PM IST
लोकसभा चुनावों के पहले चरण में गुरुवार को उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर मतदान हो रहा है. कैरान में मतदान के दौरान एक बूथ पर जमकर फायरिंग और पत्थरबाजी की खबर है. जानकारी के मुताबिक घटना के पीछ फर्जी मतदान करने को लेकर सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प बताई जा रही है. कांधला के रसूलपुर गुजरान पोलिंग बूथ पर आज सुबह से मतदान शांतिपूर्वक चल रहा था. इसी बीच फर्जी वोटिंग को लेकर ग्रामीणों और सुरक्षा कर्मियों के बीच फायरिंग और पथराव शुरू हो गया. स्थिति बिगड़ने पर बीएसएफ के जवानों ने हवा में कई राउंड फायरिंग की है.
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है. फिलहाल फायरिंग औप पथराव के दौरान किसी के घाटल होने की खबर नहीं है. मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद है. इस बीच डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए हैं. अधिकारियों द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. बवाल की सूचना मिलते ही एमएलसी वीरेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए. इस दौरान ग्रामीणों ने भाजपा के पक्ष में नारेबाजी भी की है. वहीं नाराज ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है.

बता दें कि कैराना सीट पर त्रिकोणात्मक लड़ाई हो गई है. गठबंधन में सपा प्रत्याशी के रूप में तबस्सुम बेगम, भाजपा ने प्रदीप चैधरी तथा कांग्रेस ने हरेन्द्र मलिक को प्रत्याशी बनाया है. कैराना में मुस्लिम, दलित और जाट लोगों की संख्या सर्वाधिक हैं. मुस्लिम 28 प्रतिशत, दलित 18 प्रतिशत, जाट 20 प्रतिशत, गुर्जर 12 प्रतिशत, अन्य पिछड़ी जातियां 10 प्रतिशत और 14 प्रतिशत सर्वण हैं.हापुड़: लोकतंत्र के महापर्व में अच्छी सरकार चुनने गेहूं की कटाई छोड़ लाइनों में लगे लोग
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घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है. फिलहाल फायरिंग औप पथराव के दौरान किसी के घाटल होने की खबर नहीं है. मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद है. इस बीच डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए हैं. अधिकारियों द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. बवाल की सूचना मिलते ही एमएलसी वीरेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए. इस दौरान ग्रामीणों ने भाजपा के पक्ष में नारेबाजी भी की है. वहीं नाराज ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है.

सुरक्षाकर्मियों से झड़प
बता दें कि कैराना सीट पर त्रिकोणात्मक लड़ाई हो गई है. गठबंधन में सपा प्रत्याशी के रूप में तबस्सुम बेगम, भाजपा ने प्रदीप चैधरी तथा कांग्रेस ने हरेन्द्र मलिक को प्रत्याशी बनाया है. कैराना में मुस्लिम, दलित और जाट लोगों की संख्या सर्वाधिक हैं. मुस्लिम 28 प्रतिशत, दलित 18 प्रतिशत, जाट 20 प्रतिशत, गुर्जर 12 प्रतिशत, अन्य पिछड़ी जातियां 10 प्रतिशत और 14 प्रतिशत सर्वण हैं.हापुड़: लोकतंत्र के महापर्व में अच्छी सरकार चुनने गेहूं की कटाई छोड़ लाइनों में लगे लोग
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First published: April 11, 2019, 1:36 PM IST