रिपार्ट: आदित्य कुमार
नोएडा. पुश्तैनी जमीन को जरूरत पड़ने पर बेचने खरीदने के लिए ही रखा जाता है. लोगों को जब विपदा आती है, तो वो खेत बेचकर पैसे इकट्ठा करते हैं. इस बीच नोएडा के मोमनाथल गांव में लोग परेशान है क्योंकि वो कर्ज लेकर बेटी की शादी या अपना इलाज करते हैं. जमीन को नहीं बेच पाने के कारण वो कर्ज में डूब गए हैं. उन्होंने नोएडा अथॉरिटी (Noida authority) से गुहार लगाई है कि जमीन का अधिग्रहण करके मुआवजा दे दीजिए या जमीन खरीदने बेचने के लिए रजिस्ट्री की सुविधा शुरू कर दी जाए.
दरअसल नोएडा सेक्टर 150 स्थित मोमनाथल गांव के रहने वाले नेम सिंह बताते हैं कि हमारे पूर्वजों ने बुरे दिन के लिए जमीन खरीदी थी. हमारे यहां कोई बीमार पड़ जाए या किसी की मौत हो जाए या फिर बेटी की शादी हो तो लोंगो को कर्ज लेना पड़ता है. वो अपनी जमीन नहीं बेच सकता. इसका कारण है नोएडा अथॉरिटी ने हमारी जमीन को डूब क्षेत्र की जमीन बताते हुए मुआवजा नहीं दिया. हमारे नाम की रजिस्ट्री है और इसे हम आगे नहीं बेच सकते. नोएडा अथॉरिटी ने रजिस्ट्री बंद कर रखी है. साथ ही बताया कि गांव में 1200 परिवार रहते हैं और कुल आबादी करीब 4000 हजार है.
कर्ज में डूब गए, क्या करें पैसे कहांं से आएंं
क्षेत्रपाल सिंह ने कहा कि एक दो लोगों की जमीन अधिग्रहण कर ली गई थी, उनके मुआवजा भी मिल गए. अधिकांश लोगों की तरह हमारी न तो जमीन अधिग्रहण हो रही है और न जमीन बिक रही है. अब जब हमारे घरों में पैसे की जरूरत होती है, तो हम कर्ज लेते हैं. खेती भी ज्यादा नहीं होती जिससे घर चल सके. इसलिए हम चाहते हैं कि हमारी जमीन को या तो पूर्ण अधिग्रहण किया जाए या फिर जमीन बेचने और रजिस्ट्री की सुविधा शुरू की जाए.
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