सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों पर पुलिस का कोई भी आला अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. एसपी दिनेश कुमार पी ने कहा यह हमारा विभागीय मामला है.
सैयद कयाम रजा
पीलीभीत. पीलीभीत में पुलिस लाइन में तैनात एक बाबू ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया. वो हरदोई का रहने वाला था. अपने सुसाइड नोट में उसने अपने ही विभाग के साथी बाबू पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. बाबू एक साल से ड्यूटी से गायब था. हाल ही में उसे बर्खास्त कर दिया गया था
पूरा मामला क्या है
पीलीभीत पुलिस लाइन में पदस्थ रहे एक लिपिक विजय मिश्रा ने आज फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वो 59 साल का था और 2 साल पहले प्रशासनिक आधार पर बदायूं से पीलीभीत ट्रांसफर होकर आया था हाल ही में उसे बर्खास्त कर दिया गया था. आत्महत्या से पहले लिपिक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उसने अपने ही विभाग के एक बाबू पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिसकी जांच की जा रही है.
हाल ही में बर्खास्त
विजय मिश्रा को 13 अक्टूबर को बर्खास्त कर दिया गया था. वो 1 साल से ड्यूटी से गैरहाजिर था. इसलिए उस पर 31 से ज्यादा दंडात्मक विभागीय कार्रवाई की गयी थीं. 20 मिसकंडक्ट हैं. पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने मौखिक बताया कि लिपिक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. पैनल बनाकर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा. बाबू विजय मिश्रा हरदोई का रहने वाला था. वो पुलिस लाइन में डिस्पैच बाबू के पद पर तैनात था. उसके घर वालों को सूचना दे दी गई है.
सुसाइड नोट पर चुप्पी
सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों पर पुलिस का कोई भी आला अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. एसपी दिनेश कुमार पी ने कहा यह हमारा विभागीय मामला है. इस पर हम किसी भी तरीके की कोई प्रक्रिया जाहिर नहीं करेंगे.फिलहाल मृतक विजय मिश्रा की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है घर वालों का इंतजार किया जा रहा है. अब देखना यह है कि घर वाले किस तरीके की तहरीर देते हैं वह कार्रवाई की बात कहते हैं
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