पीलीभीत. यूपी के पीलीभीत जिले में बीसलपुर से बीजेपी विधायक रामशरण वर्मा (MLA Ramsharan Verma) अपनी कार्यशैली से हमेशा चर्चा में बने रहते हैं. अब विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) नजदीक आते ही फिर चर्चा में हैं. वे अब अपने ही सरकार और अधिकारियों पर यह आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए हैं कि उनकी कहीं पर नहीं सुनी जा रही है. रामशरण वर्मा की 9 सूत्री मांगे हैं. इसमें सबसे पहली मांग आवारा पशुओं से किसानों को होने वाली क्षति से राहत देने की है. उन्होंने गांव-गांव गौशाला खुलवाने, आवारा पशुओं से किसानों को होने वाली क्षति का मुआवजा, गौशालाओं की क्षमता बढ़ाने, गौशालाओं में पशुओं के लिए चारे दाने और पानी की समुचित व्यवस्था, गौशाला भवनों में के निर्माण में कथित घोटाला, सरकारी जमीन पर वर्षों से काबिज लोगों पर कार्रवाई , चीनी मिलों से बकाया दिलवाना शामिल है.
नगर व ग्रामीण क्षेत्रों से आए बीजेपी के सैकड़ों समर्थक विधायक रामशरण वर्मा के साथ रामलीला मैदान पहुंचे और अपनी समस्या उठाते हुए बेमियादी धरने पर बैठ गए. धरने पर बैठे विधायक ने बताया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा. विधायक ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले काफी समय से प्रशासनिक अधिकारी से समस्याओं के समाधान की मांग कर रहे थे लेकिन अधिकारी उनकी एक नहीं सुन रहे थे.
लगता यह है कि अधिकारियों पर विधायक रामशरण वर्मा की कोई लगाम नहीं है विधायक को अपनी बात मनवाने के लिए धरने पर बैठना पड़ा. वहीं विपक्षियों का यह मानना है कि विधायक आगामी चुनाव को लेकर फिर टिकट की जुगाड़ में हैं और वह मौजूदा सरकार के ऊपर दबाव बनाना चाहते हैं कि उनको या उनके परिवार को ही बीजेपी से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जाए.
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